फाल्गुन शुक्ल पक्ष षष्ठी, कलियुग वर्ष ५११६
‘सुदर्शन वाहिनी’ के संचालक श्री. सुरेश चव्हाणके के का जन्मदिवस संपन्न !
नई देहली : आज सुदर्शन वाहिनी जिस उंचाई पर पहुंची है, उस का श्रेय वाहिनी के सभी सहयोगी कर्मचारियोंको है तथा केवल ईश्वरीय कृपा से ही आज यह सफलता हमें मिली है। इस वाहिनी को आगे ले जाते समय हमें अनेक आर्थिक एवं कुछ राजनीतिक अडचनें आर्इं। तब भी हम रुके नहीं; क्यों कि हमने भी छत्रपति शिवाजी महाराज से सीखा है कि यदि युद्ध में सफलता प्राप्त करनी है, तो आगे जाते समय पिछले दोर काटने चाहिए।
हमारा कार्य एक धर्मयुद्ध है, सुदर्शन वाहिनी के संचालक श्री. सुरेश चव्हाणके ने उनके जन्मदिवस पर अपना मनोगत व्यक्त किया। श्री. चव्हाणके के का १८ फरवरी को यहां के ‘सुदर्शन वाहिनी’ के मुख्य कार्यालय ‘मीडिया मंदिर’ में ‘नागरी पत्रकारदिन’ नाम से जन्मदिवस मनाया गया। इस कार्यक्रम को श्री. सुरेश चव्हाणके एवं श्रीमती चव्हाणके, श्री नरेंद्र शर्माजी, श्री पवन शास्त्री एवं हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक पू. डॉ. चारूदत्त पिंगळे उपस्थित थे।
श्री. चव्हाणके ने कहा कि अन्य लोगोंके समान हमें हमारी वाहिनी को क्र. १ की प्रतियोगिता में ले जाना नहीं है; क्यों कि जिन का राष्ट्र पीछे है, वहां की वाहिनीयां आगे कैसे रह सकती है ? हमें हमारे राष्ट्र को क्रमांक १ पर स्थापित करना है। हमारी वाहिनी का यही उद्देश्य रहेगा।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात