फाल्गुन शुक्ल पक्ष षष्ठी , कलियुग वर्ष ५११६
नई दिल्ली – टीवी चैनलों पर ऐंटि-टेरर ऑपरेशन के लाइव प्रसारण पर रोक लगाने की दिशा में गृह मंत्रालय ने एक कदम आगे बढ़ा दिया है। सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने ‘आतंक रोधी अभियानों’ और ‘आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई’ शब्दावली की परिभाषा मांगी थी। इस पर गृह मंत्रालय ने अपनी स्थिति का उल्लेख किया है।
गृह मंत्रालय ने बताया कि ऐंटि-टेरर ऑपरेशनों के लाइव प्रसारण से सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं से समझौता होगा और बंधक संकट की स्थिति में सुरक्षाकर्मियों और निर्दोष लोगों का जीवन खतरे में पड़ जाएगा। आतंकवाद के खिलाफ पहल में माओवाद प्रभावित और अन्य इलाकों में सड़कों, पुलों, स्कूलों, स्वास्थ्य केंद्रों का निर्माण और कम्यूनिकेशन नेटवर्क में सुधार शामिल है।
इससे पहले गृह मंत्रालय ने सूचना और प्रसारण मंत्रालय से कहा था कि वह ऐंटि-टेरर ऑपरेशनों का सीधा प्रसारण रोकने के लिए नियमों में बदलाव करे। मुम्बई हमले के दौरान के दुखद अनुभव का उल्लेख करते हुए गृह मंत्रालय ने सूचना और प्रसारण मंत्रालय से केबल टेलीविजन नेटवर्क रुल्स के तहत कार्यक्रम संहिता में संशोधन करने को कहा था, ताकि भविष्य में आतंकवाद से संबंधित अभियान का प्रसारण न हो सके।
स्त्रोत: नवभारत टाइम्स