मार्गशीर्ष शुक्ल २ , कलियुग वर्ष ५११५
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आलंदी(महाराष्ट्र) – कार्तिक यात्राकी समाप्तिके अवसरपर आलंदीमें २ दिसंबरको हुए कालेके कीर्तनमें वारकरी संप्रदायके भीष्माचार्य एवं राष्ट्रीय वारकरी सेनाके अध्यक्ष ह.भ.प. निवृत्ति महाराज वक्तेने उपस्थित वारकरियोंको जादूटोनाविरोधी कानूनकी भयानकताके विषयमें तथा कानूनके माध्यमसे हिंदू धर्म एवं धर्मियोंपर होनेवाले आघातोंके विषयमें विस्तृत जानकारी देकर कानूनका भयंकर रूप समझाकर बताया ।
इस विषयमें जाननेके पश्चात उपस्थित सहस्रों वारकरियोंने इस कानूनका प्रबल विरोध करने एवं १० दिसंबरको विधानभवनपर आयोजित जोरदार/टक्करके मोर्चेमें सम्मिलित होनेका संकल्प किया ।
उपस्थित लोगोंने हाथ उन्नत कर हर हर महादेवकी गूंजमें कानूनका विरोध दर्शानेके लिए किए गए आवाहनको उत्स्फूर्त रूपसे प्रतिसाद दिया ।
इस अवसरपर ह.भ.प. श्याम महाराज राठोड, ह.भ.प. बापू महाराज रावकर एवं वारकरी संप्रदायके प्रमुख मान्यवर उपस्थित थे ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात