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खेल एवं देशभक्ति !

मार्गशीर्ष शुक्ल २ , कलियुग वर्ष ५११५


पाकिस्तानी तालिबानियोंने पाकिस्तानके प्रसारमाध्यमोंको धमकी देकर भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकरकी प्रशंसा रोकनेका आवाहन किया एवं कहा है कि तेंदुलकरकी प्रशंसा देशद्रोह है । परंतु ऐसा समाचार प्रसारित हुआ है कि पाकिस्तानके प्रसारमाध्यमोंने इस धमकीको दुर्लक्षित कर तालिबानियोंको स्पष्ट रूपसे उत्तर दिया है । इसका अर्थ यह कि वे तेंदुलकरकी प्रशंसा करनेवाले कार्यक्रम प्रसारित करेंगे । भारतीय सरकारको फंसाना एवं जितने लाभ उठाने संभव हों, उठाना, यह पाकिस्तानकी नीतिका एक भाग है । पाकिस्तानके साथ क्रिकेटके खेल खेलनेका सूत्र उपस्थित होते ही उसे कांग्रेस सरकार के अतिरिक्त अन्य सभी लोग उसका विरोध करते हैं । इस कारण भारतीय क्रिकेट संघकी पाकिस्तान यात्रा कभी निरस्त होती है, जबकि कभी उसी वातावरणमें पूरी होती है । मुख्य रूपसे उस यात्रासे पाकिस्तानको आर्थिक लाभ होता है । अतः यदि तेंदुलकरकी प्रशंसा कर भारतीयोंका मन रखा गया, तो भविष्यमें होनेवाली भारतीय संघकी पाकिस्तान यात्रा सफल होगी, पाकिस्तानके प्रसारमाध्यमोंकी यह पुरानी नीति है, जो समझमें आती है ।
     तेंदुलकरकी प्रशंसाका सूत्र सभी लोगोंको विचार करनेके लिए प्रेरित करनेवावाला है । तेंदुलकरने २०० खेल खेलकर क्रिकेट क्षेत्रमें अनेक विक्रम करनेका कार्य किया है ! केंद्रकी कांग्रेस सरकारने एक वर्षपूर्व उन्हें राज्यसभाकी सदस्यता प्रदान की एवं अब उनके लिए देशका सर्वोच्च पुरस्कार ‘भारतरत्न’  घोषित किया है । कोई अभिनेता सत्तर लाख रुपए व्यय कर तेंदुलकरका मंदिर निर्माण करनेवाला है । महाराष्ट्र सरकारद्वारा तेंदुलकरके संदर्भमें क्रमिक पुस्तकमें पाठ  समाविष्ट करनेका निर्णय लिया गया है । और कहीं कुछ तो होगा ही । विविध क्रीडाक्षेत्रोंमें आकर गए एवं जागतिक विक्रम प्राप्त खिलाडियोंकी गुणात्मकताका स्मरण कर बहुतसे लोगोंने तेंदुलकरको मिले पुरस्कारके विषयमें रोष व्यक्त किया है । ऐसा कहना असंभव है कि उनकी भूमिकामें सार नहीं है । जागतिक कीर्तिप्राप्त धावक (धावपटु) मिल्खासिंहने तो निश्चित रूपसे पाकिस्तानकी प्रतियोगितामें हिस्सा न लेनेके संदर्भमें कहा था । मिल्खासिंहकी गुणात्मकताका सार्थक नहीं हुआ । क्या तेंदुलकर संसदके अधिवेशनमें प्रामाणिक रूपसे उपस्थित रहे ? यदि खेलको देशभक्तिकी जोड हो, तो ही उसकी शोभा बढती है, अन्यथा वह केवल मनोरंजन होता है ।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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