फाल्गुन शुक्ल पक्ष दशमी, कलियुग वर्ष ५११६
हैद्राबाद – तब तेलंगाना के मु्ख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने आंध्र प्रदेश के तिरुमाला में प्रसिद्ध बालाजी मंदिर को ५.५ करोड़ रुपये दान देने का संकल्प लिया था। अब सीएम ने अपने संकल्प से पलटी मारते हुए दान की रकम टैक्सपेयर्स पर थोप दी है। ५ करोड़ तिरुपति मंदिर की मूर्ति के लिए जूलरी में खर्च होगी। इस मंदिर की पहचान दुनिया भर में खास है। कुछ रकम वारंगल स्थित वीरभद्रस्वामी मंदिर में सोने की मूंछ बनाने पर खर्च होगी। वीरभद्रस्वामी को शिव का अवतार माना जाता है।
केसीआर नाम से जाने जाने वाले चंद्रशेखर राव ने कहा कि उन्होंने अपने मिशन अलग तेलंगाना गठन पर मन्नत मांगी थी। पिछले साल जून में आंध्र प्रदेश को बांट तेलंगाना का गठन हुआ था। यह इंडिया का सबसे नया राज्य है। कुछ दिन पहले कैबिनेट मीटिंग में केसीआर की मन्नत के लिए रकम पर मुहर लगा दी गई। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में रिश्ते ठीक नहीं हैं लेकिन इस मन्नत की रकम चढ़ाने खुद चंद्रशेखर राव तिरुमाला जाएंगे।
स्त्रोत :नव भारत टाइम्स