फाल्गुन शुक्ल पक्ष दशमी, कलियुग वर्ष ५११६
ग्रामवासियोंने धर्माचरण करने का निश्चय किया !
बीकानेर (राजस्थान) : यहां के मोडायत गांव में धर्माभिमानी शिक्षक श्री. नारायणराम सारस्वत के नेतृत्व में आयोजित ग्रामवासियोंकी बैठक में हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. गजानन केसकर ने प्रतिपादित करते हुए कहा कि माथे पर तिलक लगाना, भ्रमणभाष पर बोलते हुए ‘हैलो’ न कह ‘नमस्ते’ कहना, हस्तांदोलन न कर नमस्ते करना इस प्रकार के छोटे छोटे कृत्य कर हमें धर्म में जीना चाहिए।
यदि हमने धर्मपालन किया, तभी ईश्वर हमारी सुरक्षा करेगा। इस अवसर पर श्री. आनंद जाखोटिया ने उपस्थित लोगोंको समिति के कार्य का परिचय कराया। बैठक में गांव के ज्येष्ठ नागरिक एवं युवक ऐसे कुल मिलाकर ५० लोग उपस्थित थे। इस अवसर पर श्री. केसकर ने उपस्थित लोगोंके समक्ष भारतभर में धर्मांधोंका बढता प्रभाव एवं हिन्दुओंकी दयनीय स्थिति स्पष्ट की।
तत्पश्चात गांव के प्रतिष्ठित व्यापारी श्री. बस्तीरामजी खिच्चड ने उपस्थित लोगों को जैसलमेर के सीमावर्ती क्षेत्र में धर्मांधोंद्वारा हो रही कार्यवाही की जानकारी दी। बैठक के अंत में उपस्थित लोगोंने धर्माचरण के कृत्योंको आरंभ करने का निश्चय किया। बैठक में श्री. हरिरामजी खिच्चड, श्री. सीमरथा गोदारा, श्री. रामेश्वरजी खिच्चड, श्री. महेंद्रकुमार बिष्णोई इत्यादि स्थानीय प्रतिष्ठित नागरिक भी उपस्थित थे।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात