फाल्गुन शुक्ल पक्ष द्वादशी, कलियुग वर्ष ५११६
क्या बलशाली हिन्दूनिष्ठ संगठन राष्ट्रहानि रोकने हेतु सतर्क एवं तत्पर हिन्दू जनजागृति समिति का आदर्श अपनाएंगे ?
पंढरपुर-सोलापुर (महाराष्ट्र) : १० फरवरी २०१५ को पंढरपुर एज्युकेशन सोसाइटी संचालित आदर्श बाल तथा प्राथमिक मंदिर पाठशाला का वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। वह कार्यक्रम छोटे बालकोंसे ४ थी कक्षा तक के छात्रों के लिए था।
इस कार्यक्रम में छात्र ‘देश रंगीला,’ यह गाना गा रहे थे। उस समय वहां अभिभावक के रूप में हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. शशिशेखर पाटिल उपस्थित थे। ‘देश रंगीला’ इस गाने में छात्रोंने अपने मुंह पर राष्ट्रध्वज के प्लास्टिक स्टिकर चिपकाए थे। मुंह का कुछ हिस्सा स्याही द्वारा मुद्रित किया गया था।
इस कृत्य से होनेवाला अनादर ध्यान में आते ही श्री. पाटिल ने मुख्याध्यापिका श्रीमती माया सांगोलकर से संपर्क कर राष्ट्रध्वज के अनादर के संदर्भ में उनका प्रबोधन किया। मुख्याध्यापिका तथा सहअध्यापिका ने इस बात की ओर ध्यान देकर छात्रोंके मुंह पर चिपकाए स्टिकर तथा मुद्रित राष्ट्रध्वज पोंछ डाले तथा केवल उसके उपरांत आगे का कार्यक्रम प्रस्तुत किया। (प्रबोधन के पश्चात त्वरित राष्ट्रध्वज का अनादर रोकनेवाली मुख्याध्यापिका तथा सहअध्यापिका का अभिनंदन ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
मुख्याध्यापिका श्रीमती सांगोलकर ने राष्ट्रध्वज का अनादर रोकने के संदर्भ में श्री. पाटिल के आभार व्यक्त किए।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात