फाल्गुन पूर्णिमा, कलियुग वर्ष ५११६
नई दिल्ली : बीजेपी नेता सुब्रमण्यन स्वामी ने कहा है कि देश में लोकतंत्र और सेक्युलेरिज्म को बनाए रखने के लिए हिंदुओं का बहुसंख्यक होना जरूरी है। मंदिर-मस्जिद विवाद पर स्वामी ने कहा, ‘कौन कहता है कि मस्जिद को कभी गिराया नहीं जा सकता। बीजेपी नीत सरकार इस विवाद का भी हल करेगी।’
स्वामी, रविवार को विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के गोल्डन जुबली कार्यक्रम, विराट हिंदू महासभा में बोल रहे थे। शुरुआत में, इस कार्यक्रम को ताकत के प्रदर्शन के लिए आयोजित किया गया था। आयोजकों ने दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 1 लाख लोगों के आने का अनुमान लगाया था लेकिन बारिश की वजह से ऐसा नहीं हो सका। कई लोग कार्यक्रम खत्म होने से पहले ही स्टेडियम छोड़कर चले गए।
हिंदुओं के बहुसंख्यक होने की बात का समर्थन करते हुए स्वामी ने कहा कि आबादी को हमेशा 80 फीसदी से ऊपर ही रहना होगा। जब हिंदू बहुसंख्यक होंगे तभी लोकतंत्र और सेक्युलेरिज्म का राज होगा और अगर यहां मुस्लिम बहुसंख्यक हो गए- चाहे वह कश्मीर घाटी हो या केरल का मलप्पुरम हो- न तो किसी तरह का लोकतंत्र बाकी रहेगा और न सेक्युलेरिज्म। इन दोनों ही जगहों में हिंदू आबादी खतरे में जी रही है।
मंदिर-मस्जिद के तीन विवादों का जिक्र करते हुए स्वामी ने कहा कि मोदी सरकार को इन्हें अवश्य ही सुलझाना होगा। इन तीनों में अयोध्या का राम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद, वाराणसी का काशी विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद और मथुरा का कृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह मस्जिद का उन्होंने उल्लेख किया।
स्वामी ने कहा, ‘कौन कहता है मस्जिद नहीं गिराई जा सकती? सऊदी अरब में सड़क और स्कूल बनाने के लिए ऐसा किया गया। हम इसे यहां भी कर सकते हैं।’
स्त्रोत : नवभारत टाइम्स