चैत्र कृष्ण पक्ष द्वितीया, कलियुग वर्ष ५११६
सोलापुर में राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन
सोलापुर (महाराष्ट्र) : ४ मार्च के दिन सोलापुर में जनपद परिषद के प्रवेशद्वार के पास किए हुए राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन में ‘साहेबों का साहेब’ साप्ताहिक के संपादक डॉ. राजेंद्र शहा वक्तव्य कर रहे थे। उस समय ५० से अधिक धर्माभिमानी हिन्दू उपस्थित थे। उस समय उन्होंने यह मत व्यक्त किया कि, हिन्दू धर्म अत्यंत प्राचीन है। उसकी तुलना किसी अन्य पंथ के साथ नहीं हो सकती। अतः यह धाक निर्माण करें कि, हिन्दू धर्म के श्रद्धास्थानोंका अनादर करने से पूर्व अथवा एक भी अपशब्द सामाजिक संकेतस्थलपर प्रकाशित करने से पूर्व १०० बार विचार करें।
सामाजिक संकेतस्थल से देवता एवं राष्ट्रपुरुषोंका अनादर करनेवालोंके विरोध में कडा अधिनियम लागू करें ! – विक्रम घोडके, हिन्दू जनजागृति समिति
फेसबुक के समान सामाजिक संकेतस्थल का अनुचित उपयोग कर देवता, राष्ट्रपुरुष तथा अन्य श्रद्धास्थानोंका अनादर करने के प्रकार महाराष्ट्र में निरंतर घट रहे हैं। अनेक स्थानोंपर केवल अपराध प्रविष्ट करने के अतिरिक्त कुछ भी नहीं घटता। इस के कारण सामाजिक सौहार्द्रता बिगाड रही है तथा हिन्दुओंकी धार्मिक भावना भी आहत हो रही हैं। ऐसे प्रकार महाराष्ट्र में निरंतर घटते हैं। साथ ही उस संदर्भ में अनेक अपराध प्रविष्ट होते हुए भी पुलिस ने अभी तक एक भी अपराधी को बंदी नहीं बनाया है। इससे हिन्दुओंकी श्रध्दास्थानोंवाली देवता तथा राष्ट्रपुरुषोंके छायाचित्रोंका उपयोग कर उसके संदर्भ में अश्लील संदेश प्रसारित करने पर प्रतिबंध लगानेवाला कडा अधिनियम लागू करना चाहिए !
उपस्थित मान्यवर
सर्वश्री व्यंकटेश मादगुंडी, श्रीकांत वल्लाकाटी, संदीप ढगे, सिद्धाराम पुजारी, सागर यरझल, गणेश चौगुले, नरेश चिताकंदी, नितीन पासकंटी, योगेश पाणीभाते, सनातन संस्था के हिरालाल तिवारी इत्यादि।
उस अवसर पर की गई अन्य मांगे…
१. देशविघातक एवं दहशतवादी कार्रवाई में रत ‘पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ पर त्वरित पाबंदी लगाकर उनके कार्यक्रम त्वरित पूरी तरह से निरस्त करें !
२. ‘एन्.सी.ई.टी.’ का झूठा अभ्यासक्रम परिवर्तित करें !
३. बांग्लादेश के हिन्दुओंपर होनेवाले अत्याचार की ओर ध्यान देकर यह विषय आंतरराष्ट्रीय स्तर तक ले जाना चाहिए !
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात