मार्गशीर्ष शुक्ल ७, कलियुग वर्ष ५११५
हिंदू जनजागृति समिति द्वारा अ.भा. अंनिसके आर्थिक गैरव्यवहाररोंका भांडाफोड !
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नागपुर – समाजसे अंधश्रद्धा दूर करनेका दावा करनेवाले प्रा. श्याम मानवके अखिल भारतीय अंधश्रद्धा निर्मूलन समितिकी आर्थिक भोंदूगिरीकी पोल खोली गई । प्रशासनका देय अंशदान (कर) चुकता न करना, धर्मादाय आयुक्तको पूरा हिसाब न देना, आय-व्यय लेखा प्रस्तुत न करना, आर्थिक तालेबंदकी राशि अगले वर्ष न दिखाना, ऐसे अनेक घपले (अपहार) ‘जानकारीके अधिकार अधिनियमका’ उपयोग कर भांडाफोड (उजागर) किए गए । इस घपलेका (अपहार) का विचार करते हुए न्यासीसे तत्काल तथा विस्तारपूर्वक पूछताछ करे, धर्मादाय आयुक्तके पास ऐसा परिवाद किया गया है । क्या प्रशासनको इस प्रकार धोखा देनेवालोंको साथ लेकर धर्मविरोधी अधिनियम पारित करनेका अधिकार है ?, हिंदू जनजागृति समितिके राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदेने आज ऐसा प्रश्न किया ।
श्री. शिंदे नागपुर स्थित तिलक पत्रकार भवनमें समितिकी ओरसे आयोजित वार्ताकार परिषदमें बोल रहे थे । इस अवसरपर भारत स्वाभिमानके श्री. वसिष्ठ ओझा, सनातन संस्थाके प्रवक्ता श्री. आनंद जाखोटिया, समितिके राज्य समन्वयक श्री. सुनील घनवट तथा समितिके नागपुर समन्वयक श्री. सुभाष जंवर उपस्थित थे ।
मानवपर कार्यवाही कर प्रशासन अपनी नीतिमत्ता सिद्ध करे ! – आनंद जाखोटिया सनातन संस्था प्रवक्ता
श्री. जाखोटियाने कहा, विज्ञान भले ही लाभदायी हो, वह नीतिमत्ता नहीं सिखाता । अत: नीतिमत्ताके संस्कार दृढ करने हेतु हिंदू संस्कृतिकी आज भारतमें ही नहीं, अपितु पूरे विश्वमें आवश्यकता है । इस संस्कृतिसे द्वेष कर विज्ञानवादी होनेकी झूठी बातें करनेवालोंकी नीतिमत्ता कहांकहां फिसल गई, यह बात अब प्रशासन तथा प्रसारमाध्यमोंके सामने आई है । लोकराज्यके आधारस्तंभ कहलानेवाले अब मानव के विरुद्ध कार्यवाही कर अपनी नीतिमत्ता सिद्ध करें ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात