मार्गशीर्ष शुक्ल ८ , कलियुग वर्ष ५११५
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जोहानिसबर्ग – जब नेल्सन मंडेला ने करीब तीन दशक काल कोठरी में गुजारे थे तो वह वहां अकेले नहीं थे। उनके पास कुछ हिन्दू देवी देवताओं की तस्वीरें और विलियम शेक्सपियर की कृतियां थीं जो उन्हें प्रेरणा देती थीं।
रोबेन द्वीप पर जेल में बंद रहने के दौरान मंडेला के लिए अखबारों की पूरी तरह से पाबंदी थी और घरवालों के पत्र कभीकभार ही दिये जाते थे। तो फिर उन्हें आजादी के लंबे संघर्ष के लिए प्रेरणा कहां से मिली ! मंडेला के पास 17वीं सदी के ब्रिटिश साहित्यकार शेक्सपियर की कृतियां थीं। दक्षिण अफ्रीकी नेता के पास एक फटी हुई पुस्तक थी जिस पर दिवाली कार्ड का कवर चढा था और इन पर हिन्दू देवी देवताओं की तस्वीरें थीं।
स्त्रोत : ज़ी न्यूज़