चैत्र कृष्ण पक्ष पंचमी, कलियुग वर्ष ५११६
बेरूत : आईएस एक तरफ जहां बेदर्दी से लोगोंको मार रहा है वहीं दूसरी तरफ वह खाने, घर, नौकरी और शादी जैसे लुभावनी बातोंके दम पर दूसरे देशों में बैठे युवाओंको अपने साथ आने के लिए प्रेरित भी कर रहा है। अपनी परिष्कृत भर्ती तकनीक के दम पर जेहादी ग्रुप विदेशों में बैठे उनके सैकड़ों समर्थकोंको इराक और सीरिया में अपने कब्जे वाले क्षेत्रों में आने के लिए आकर्षित कर रहा है।
आईएस अपने विज्ञापनों में लोगोंको मुफ्त घर के अलावा खाना, नौकरी और प्यार देने का वादा भी कर रहा है। शुरूआत में आईएस सिर्फ युवकोंको ही जेहादी सैनिकोंके पद के लिए भर्ती कर रहा था लेकिन अब इसने तेजी से युवा लड़कियोंको भर्ती करना शुरू कर दिया है।
आईएस के इन लुभावने विज्ञापनोंका शिकार कम उम्र के युवक और युवतियां बन रहीं है और इस बात का ताजा उदाहरण तब सामने आया जब लंदन की रहने वाली तीन किशोरियां अपना घर छोड़कर जेहादियों में शामिल होने सीरिया रवाना हो गईं। ऐसा माना जा रहा है कि उनमें से एक ने स्कॉटलेंड के ग्लासगो की एक महिला आकसा महमूद से जो की पिछले महीने ही सीरिया गई है, से संपर्क किया था। आकसा वहां एक आईएस लड़ाके से शादी करने के लिए गई थी।
महमूद का ब्लॉग ‘एक यात्री की डायरी’ इन दिनों आइएस के प्रचार का प्रमुख हिस्सा बना हुआ है। महमूद ने अपने इस ब्लॉग में लिखा है ‘हम यहां घरोंका किराया नहीं देते, हमें यहां घर मुफ्त में दिए जाते हैं। इसके अलवा बिजली और पानी का बिल भी नहीं भरना पड़ता। हमें पूरे माह का किराना सामान दिया जाता है जिसमें पास्ता, कैन फूड, चावल और अंडे होते हैं।’
यहां उन महिलाओं के लिए काम भी है जो स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में नौकरी करना चाहतीं है। एक्सपर्ट के अनुसार जब इन युवाओंको सच्चाई का पता चलता है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है।
बेरूत में कार्नेजी एंडोमेंट के मध्य पूर्व की प्रमुख लीना खातिब के अनुसार, ‘आईएस इन युवक और युवतियोंको सपनोंकी दुनिया बेच रहा है। आईएस इन युवाओंको बताता है कि सिर्फ वही एक सच्चा इस्लामिक देश है और वह इसमें एक अहम हिस्सा बन सकते हैं।’
स्त्रोत : नइ दुनिया