चैत्र कृष्णपक्ष नवमी, कलियुग वर्ष ५११६
सात्त्विक गुणोंसे युक्त राज्य स्थापित करने हेतु हिन्दुओंको वीरभद्र समान युद्ध करना होगा ! – श्री ष.ब्र. गुरुनागभूषण शिवाचार्य महास्वामीजी
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सागर-शिवमोग्गा (कर्नाटक) : आज हिन्दू समाज की रक्षा करना प्रत्येक व्यक्ति का कर्तव्य है। हमें समाज तथा स्वयं में स्थित तामसिक एवं राजसिक दुर्गुण निकालकर सात्त्विक गुणोंसे युक्त राज्य स्थापित करना चाहिए। इसलिए हम में प्रत्येक व्यक्ति को वीरभद्र समान युद्ध करना होगा, ऐसा मार्गदर्शन श्रीमद्रंभापुरी खास श्रीमन् महासंस्थान मळलीमठ, कोणंदूरु के श्री ष.ब्र. गुरुनागभूषण शिवाचार्य महास्वामीजी ने किया।
शिवजयंती के निमित्त शिवाजी अभिमानी संघ द्वारा ८ मार्च को यहां के भद्रकाली देवस्थान के सभामंडप में शिवजयंती का उत्सव संपन्न किया गया। इस अवसर पर महास्वामीजी बोल रहे थे। इस अवसर पर व्यासमंच पर संस्कार भारती, मंगलुरू विभाग के संचालक श्री. आदर्श गोखले, सागर के शिवाजी अभिमानी संघ के संचालक श्री. रामु चौहान एवं सनातन के कर्नाटक प्रसारसेविका कु. प्रियांका स्वामी उपस्थित थीं। कार्यक्रम का आरंभ शंखनाद एवं वेदमूर्तियोंके वेदमंत्र पठन से किया गया तथा श्री ष.ब्र. गुरुनागभूषण शिवाचार्य महास्वामीजी के शुभहाथों दीपप्रज्वलन किया गया।
छत्रपति शिवाजी महाराज समान युद्ध कर ‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापित करेंगे ! – श्री. आदर्श गोखले
आज शिवजयंती उत्सव मनाने को अनुमति देनेवाले शासन का मैं निषेध करता हूं। राष्ट्रपुरुषोंकी जयंती मनाने को धर्मांधता संबोधित कर हिन्दुओंका दमन करनेवालो, एक बात ध्यान में रखें कि हम हिन्दू कोई अवैध कार्य नहीं करते। यदि हमारे पीछे पडे, तो हम किसी को नहीं छोडते। हम में प्रत्येक व्यक्ति छत्रपति शिवाजी महाराज समान युद्ध कर ‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापित करेगा।
हमें स्वतंत्रता प्राप्त करा देनेवाले राष्ट्रपुरुषोंके नाम से एक भी गांव नहीं ! – कु. प्रियांका स्वामी
आज अपने ही देश में हमें अपना ही कार्यक्रम करना कठिन हो गया है। आजतक हमें स्वतंत्रता प्राप्त करा देनेवाले राष्ट्रपुरुष अथवा साधुसंत के नाम से एक भी गांव नहीं दिखाई देता; परंतु हम पर राज्य करनेवाले मुगल आक्रमणकारियोंके नाम सर्वत्र दिखाई दे रहे हैं। इस स्थिति को परिवर्तित करने हेतु हमें अपने में ब्राह्मतेज एवं क्षात्रतेज बढाकर छत्रपति शिवाजी महाराज के समान ही हिंदवी स्वराज्य स्थापित करना आवश्यक है।
क्षणिकाएं
१. कार्यक्रम से पूर्व जोरदार वर्षा होकर भी ५०० से अधिक जिज्ञासू उपस्थित थे एवं वे कार्यक्रम समाप्त होने तक रुके।
२. हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा प्रेरणा लेकर शिवाजी अभिमानी संघ ने शिवजयंती तिथि के अनुसार मनाई।
३. कार्यक्रम में हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा क्रांतिकारियोंके विषय में जानकारी देनेवाले फलकोंकी प्रदर्शनी, कश्मीरी हिन्दुओंका दुःख प्रस्तुत करनेवाले फैक्ट निर्मित चित्रप्रदर्शनी, धर्मशिक्षा के विषय में जानकारी देनेवाले फलक, तथा सनातन-निर्मित सात्त्विक उत्पादों एवं ग्रंथोंकी प्रदर्शनी लगाई गई थी।
४. क्रांतिकारियोंके विषय में जानकारी देनेवाले फलकोंकी प्रदर्शनी देखकर युवकोंने कहा कि ऐसी जानकारी हमें कहीं नहीं मिली, कुछ युवकोंने सभी क्रांतिकारियोंके विषय के फलकोंके छायाचित्र निकाले।
श्री ष.ब्र. गुरुनागभूषण शिवाचार्य महास्वामीजी के सनातन की कु. प्रियांका स्वामी के विषय में गौरवोद्गार
श्री ष.ब्र. गुरुनागभूषण शिवाचार्य महास्वामीजी ने कहा कि सनातन की कु. प्रियांका स्वामी की मातृभाषा मराठी होते हुए भी कन्नड भाषा के अभिमान के कारण उन्होंने कन्नड सिखकर बोलना प्रशंसनीय है। महास्वामीजी ने शिवमोग्गा की हिन्दू धर्मजागृति सभा में कु. प्रियांका स्वामी के प्रेरणादायी भाषण की भी प्रशंसा की।
कर्नाटक पुलिस की मुगलाई !
• हिन्दुओंके श्रद्धास्थान छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती मनाने में बाधा लाने को कर्नाटक क्या पाकिस्तान में है ?
• हिन्दुद्वेषी पुलिसद्वारा शिवजयंती के कार्यक्रम को विरोध
शिवाजी अभिमानी संघ द्वारा सागर के मैदान में भारी मात्रा में शिवजयंती मनाने का नियोजन किया गया था; मात्र शिवमोग्गा के पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया के मोर्चे के समय दंगा होने के कारण कार्यक्रम के १ सप्ताह पूर्व में पुलिसद्वारा शिवजयंती मनाने की अनुमति नहीं दी गई। तदुपरांत सभागृह में कार्यक्रम करने की अनुमति दी गई। कार्यक्रम के प्रसार के लिए लगाए सभी बडे फलक हटा दिए गए। शिवजयंती के निमित्त निकाली शोभायात्रा निरस्त की गई। घूमने की रिक्शा, दुपहिए तथा चौपहिए वाहनोंपर लगाए गए भगवे ध्वज तथा छत्रपति शिवाजी महाराज का छायाचित्र वाला भगवा ध्वज पुलिस ने बलपूर्वक हटानेपर विवश किया। पुलिसद्वारा आयोजकोंको बार-बार सूचित किया गया कि यदि किसी ने भी वाहन पर भगवा ध्वज लगाकर जयघोष (भारत माता की जय, शिवाजी महाराज की जय, वन्दे मातरम) किया, तो उसे बंदी बनाकर वैधानिक कार्यवाही की जाएगी। (आज शिवजयंती मनाने तथा भगवी पताका एवं ध्वज लगाने पर प्रतिबंध लगानेवाली पुलिस कल छत्रपति शिवाजी महाराज का नाम लेने पर भी प्रतिबंध लगाएगी। धर्मांधोंको अच्छा नहीं लगता; इसलिए भविष्य में हिन्दुओं को गांव छोडकर जाने के लिए कहने को भी संकोच नहीं करेंगे। हिन्दुओ, त्वरीत ‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापित करें ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात