मार्गशीर्ष शुक्ल १४ / पूर्णिमा , कलियुग वर्ष ५११५
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मुंबई – ‘नाताल’ जैसेजैसे नजदीक आ रहा है, वैसेवैसे मुंबई नगरमें ईसाई मिशनरियोंके ‘परिवर्तन’ नामकी सभाके भित्तिपत्रकोंको होनेवाला विरोध बढ रहा है ।
ईसाई धर्मका प्रचार करनेवाली अमेरिका स्थित ‘वन होप’ संस्थाद्वारा नया मार्गअपनाया गया है ।
आदम एवं हव्वाके पाप करनेपर उनके बच्चोंने भी भगवानकी आज्ञा भंग करना प्रारंभ किया तथा थोडी ही कालावधिमें पृथ्वी मनुष्योंसे भर गई, निर्धन बच्चोंको पकडकर मराठी भाषाके ऐसे सचित्र कॉमिक्स रेल स्थानकोंपर नि:शुल्क वितरित किए जाते हैं ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात