चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा, कलियुग वर्ष ५११६
जेनेवा : कालेधन की सुरक्षित पनाहगाह को लेकर भारत समेत दुनिया भर में किरकिरी झेल रहे स्विस बैंक ने एक बार फिर कहा है कि वह अपने ग्राहकोंकी गोपनीयता से कोई समझौता नहीं करेगा।
बैंक ने कहा कि कर से जुड़ी जानकारियां साझा करने का समझौता ही काले धन पर नकेल कसने का एक मात्र समाधान नहीं है।
बैंक का यह बयान ऐसे वक्त आया है जब स्विट्जरलैंड सरकार दुनिया भर के देशोंके साथ कर चोरी से जुड़ी जानकारियां साझा करने को लेकर हुए समझौते को लागू करने की प्रक्रिया में है। यह समझौता ओईसीडी के सदस्य देशोंके बीच हुआ है, भारत भी इस में शामिल है।
ओईसीडी के तहत भारत २०१८ तक कर चोरी या काले धन से जुडी़ जानकारी स्विट्जरलैंड सरकार से हासिल करने की उम्मीद कर रहा है। स्विट्जरलैंड में बैंकोंकी सबसे बड़ी संस्था स्विस बैंक एसोसिएशन ने कहा कि ग्राहकोंकी गोपनीयता सार्वजनिक नहीं की जाएगी, लेकिन वह दूरगामी परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है।
बैंक ने कहा कि उसने गोपनीयता के नाम पर कभी अपराधियोंकी सुरक्षा नहीं की, वह अपने दायित्व को बेहतर तरीके से समझता है।
स्त्रोत : अमर उजाला