जामाडोबा (झारखण्ड) : जियलगोरा की रहने वाली एक युवती को धोखा देकर प्रेम विवाह करने व उसे प्रताडि़त करने का मामला सामने आया है। धोखा देने वाला डिगवाडीह निवासी युवक दूसरे संप्रदाय का है। बावजूद युवक ने अपना संप्रदाय छिपाकर छद्म नाम से लड़की को अपने प्रेम जाल में फांसा। ख्यातिप्राप्त विद्यालय में पढ़ने वाली लड़की से वर्ष २०१२ में युवक ने निकाह कर लिया। शादी के बाद प्रताड़ना का जो दौर शुरू हुआ उससे दुखी लड़की ने पति व ससुराल को छोड़ दिया और अलग रहने लगी। बुधवार को जोड़ापोखर पुलिस के सहयोग से युवती अपने बेटे को ससुराल से ले आई। फिलहाल लड़की की ओर से कोई एफआइआर पुलिस ने दर्ज नहीं की है। मामले को लव जेहाद से भी जोड़कर देखा जा रहा है।
लड़की ने बताया कि मोबाइल पर काल कर युवक ने उससे परिचय बढ़ाया और कुछ दिनों में ही दोनों में प्रेम हो गया। युवक ने अपना नाम विशाल कुमार बताया था। जबकि यह उसका वास्तविक नाम नहीं था। बाद में युवक उसे कोलकाता ले गया। वहां निकाह कर लिया और डिगवाडीह ले आया। यहां उसका नाम भी बदल दिया गया। जबरन प्रतिबंधित मांस खिलाया गया। उसको प्रताडि़त किया जाने लगा। इस बीच उसने एक बेटे को जन्म दिया।
पर, प्रताड़ना जब बहुत बढ़ गई तो उसने घर छोड़ दिया। पिता ने तो उससे पहले ही संबंध विच्छेद कर लिये थे। इसलिये एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी कर ली और धनसार इलाके में रहने लगी। इस बीच अपने दो वर्षीय पुत्र को ससुराल वालों से वापस दिलाने की पुलिस से गुहार की और उसे बुधवार को धनसार अपने घर ले आई। इधर बजरंग दल जिला प्रमुख विक्की सिंह ने कहा है कि युवती की घर वापसी करायेंगे। लव जेहाद के नाम पर युवतियों को बरगलाने वालों पर कार्रवाई हो।
दो दिन तक नहीं दिया गया खाना
बकौल युवती शादी के बाद जब उसने मांस खाने से इंकार कर दिया तो उसे दो दिन उसकी सास ने खाना नहीं दिया। बल्कि कहा कि इसे रात में ही घर से निकाल दो। अंतत: वह टूट गई।
ससुराल वालों को सजा दिलाकर रहूंगी
युवती का कहना है कि हम अपना बेटा ले आये हैं। अब पति व ससुराल वालों को सजा दिलवायेंगे। इसके लिये समय आने पर हम हर लड़ाई लड़ेंगे।
पढ़ने में कुशाग्र है युवती
बताते हैं कि युवती पढ़ने में कुशाग्र है। इंटर के बाद स्नातक के भी दो वर्ष उसने पास किये। बाद में हालात के कारण एक कोर्स कर लिया। इसके बदौलत उसे नौकरी मिल गई।
लव जेहाद का तो कोई मामला नहीं है। तीन वर्ष पहले शादी हुई थी। एक बेटा भी हुआ है। लड़की आई थी तो दोनों पक्षों की सहमति के बाद युवती को उसका बेटा दिला दिया गया। हमारे पास कोई लिखित शिकायत भी नहीं दी गई है।
स्त्रोत: दैनिक जागरण