भारत में इस्लामिक स्टेट का कोर्इ प्रभाव नहीं पडा, एेेसा कहनेवाले गृहमंत्री का इस विषयमेंं क्या कहना है ?
मुंबई के पास स्थित कल्याण से आईएसआईएस जॉइन करने के लिए जिन युवाओं ने देश छोड़ा था, उनमें से एक फहाद शेख का कहना है कि वह जिहाद से खुश है और भारत वापस नहीं आना चाहता । फहाद ने देश छोड़ने के बाद पहली बार पिछले महीने अपने परिवार से संपर्क किया था। भारत वापस आने के सवाल पर उसने भड़कते हुए कहा था, ‘मैं अपने जिहाद के लिए किए जा रहे काम से खुश हूं, मैं भारत वापस नहीं आऊंगा।’
सूत्रों के मुताबिक, पिछले महीने अपने परिवार और दोस्तों से पहली बार संपर्क करने के बाद से वह कभी स्काइप, तो कभी फोन के द्वारा लगातार उनसे बातचीत करता रहा है। फहाद ने यह भी बताया कि उसके साथ गए तीन अन्य लड़कों में से एक, सहीम टांकी की अब मौत हो चुकी है। उसने कथित तौर पर टांकी के परिजनों को उस जगह की एक तस्वीर भी भेजी है, जहां उसकी मौत हुई थी। टांकी के मौत की खबर पहले भी उसके परिजनों को एक अनजान नंबर द्वारा की गई कॉल से मिली थी। अब फवाद शेख ने भी कंफर्म कर दिया है कि टांकी की मौत हो चुकी है।
फहाद के बारे में पता चलने के बाद जब एनआईए ने उससे संपर्क किया तो उसने कहा कि वह वापस भारत नहीं आएगा, क्योंकि यहां उसके समुदाय के साथ सही से बर्ताव नहीं किया जाता। फहाद ने कहा कि वह जिहाद से खुश है, लेकिन यह पूछे जाने पर कि वह सीरिया में क्या कर रहा है, उसने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। इन चारों युवाओं में से एक अरीब मजीद को एनआईए पिछले साल नवंबर में भारत वापस लाने में कामयाब हो गई थी। अरीब फिलहाल कस्टडी में है।
यह चारों युवा पढ़े-लिखे और अच्छे घर से ताल्लुक रखने वाले हैं। शेख ने पनवेल के कलसेकर कॉलेज से मकैनिकल इंजिनियरिंग में डिग्री ली है, जबकि मजीद और अमन टंडेल छात्र थे। टांकी हायर सेकेंड्री से ड्रॉपआउट था। शेख और मजीद के पिता डॉक्टर, तो टांकी के पिता बिजनसमैन हैं, जबकि टंडेल के पिता मुंबई की एक जानी-मानी कंपनी में काम करते हैं। यह चारों युवा पिछले साल मई में तीर्थयात्रियों के साथ इराक के लिए निकले थे, लेकिन वापस नहीं आए। बाद में पता चला था कि उन्होंने आईएसआईएस जॉइन कर लिया।
जांच के दौरान एनआईए ने पाया था कि मजीद सोशल नेटवर्किंग साइट्स के जरिए कट्टरपंथ की तरफ मुड़ा था। वह बाद में एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान शेख के संपर्क में आया था। शेख ने उस कार्यक्रम में बॉलिवुड के संगीत की जमकर खिलाफत की थी। वे दोनों अच्छे दोस्त बन गए और आईएसआईएस जॉइन करने के अपने प्लान में टांकी और टंडेल को भी शामिल कर लिया।
एनआईए, जिसने की मजीद के मामले में चार्जशईद दाखिल करने के लिए अभी समय मांगा है, ने कुछ लोगों को नोटिस भेजा है जिनसे इन युवाओं ने देश छोड़ने के पहले संपर्क किया था। उन सबसे एनआईए ऑफिस आकर अपना बयान दर्ज करवाने और इस मामले में गवाह बन जाने के लिए कहा गया है।
स्त्रोत : नवभारत टाइम्स