पौष कृष्ण २, कलियुग वर्ष ५११५
मुख्यमंत्री नरेद्र मोदी ने सांप्रदायिक हिंसा रोकथाम विधेयक को पास नहीं करने के लिए मुख्यमंत्री से एतराज जताया था। इसके साथ ही भाजपा संसदीय दल की बैठक के बाद पार्टी नेता रविशंकर प्रसाद ने भी कहा कि सांप्रदायिक हिंसा विधेयक का देश के संघीय ढांचे पर गंभीर असर होगा। कैबिनेट ने विधेयक को जल्दबाजी में मंजूरी दी है। भाजपा सांप्रदायिक हिंसा रोकथाम विधेयक का विरोध करेगी।
उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था राज्य का विषय है। जयललिता और नरेन्द्र मोदी सहित कई मुख्यमंत्रियों की इस विधेयक पर गंभीर आपत्तियां हैं। प्रसाद ने कहा कि सरकार वोट बैंक की राजनीति करने की कोशिश कर रही है।
जब मुजफ्फरनगर में लोग मर रहे थेए सरकार ने उत्तर प्रदेश सरकार को एक परामर्श तक नहीं भेजा।
स्त्रोत : निती सेंट्रल