पौष कृष्ण २ , कलियुग वर्ष ५११५
ऐसे धर्माभिमानी तथा क्रियाशील वाचक ही दैनिक सनातन प्रभातकी वास्तविक शक्ति हैं !
|
प्रबोधनसे पूर्वका वेष्टन
|
प्रबोधनके पश्चातका वेष्टन
निपाणी (कर्नाटक) : अगरबत्तीके वेष्टनपर श्री गणेशका चित्र मुद्रित कर अनादर करनेवाले अगरबत्तीके आस्थापनके अधिकारीका यहांके व्यापारी तथा दैनिक सनातन प्रभातके वाचक श्री. राजेश शेंदुरेने प्रबोधन किया । तदुपरांत आस्थापनने अनादर करना रोक दिया । प्रत्यक्ष कृत्यके माध्यमसे बडी मात्रामें होनेवाला अनादर रोकनेमें श्री. शेंदुरेका बहुमूल्य सहयोग है ।(देवताका अनादर रोकने हेतु कृत्य करनेवाले सतर्क व्यापारी श्री. राजेश शेंदुरेका अभिनंदन ! यदि प्रत्येक व्यक्ति इस प्रकार धर्महानि रोकने हेतु वैध मार्गसे कृत्य करे, तो हिंदु राष्ट्रकी स्थापनाका दिन दूर नहीं ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
१. निपाणीके व्यापारी श्री. राजेश शेंदुरेके पास अनेक आस्थापनोंकी अगरबत्तियां विक्रय हेतु आती हैं । उनमेंसे बेंगलुरूके जिनल इंडस्ट्रियल कॉर्पोरेशन नामके इस आस्थापनद्वारा बालदर्शन नामकी अगरबत्ती उत्पाद की जाती है । इस अगरबत्तीके वेष्टनपर इस आस्थापनने बालरूपमें श्री गणेशका छायाचित्र मुद्रित किया था । ग्राहकोंद्वारा इस अगरबत्तीका उपयोग करनेके पश्चात वेष्टन अन्यत्र फेंक दिया जाता है । अतः इस वेष्टनपर होनेवाले श्री गणेशके छायाचित्रका अनादर हो रहा है, श्री. शेंदुरेको यह बात एक ग्राहकने बताई । (इस प्रकारकी सतर्कता कितने हिंदुओंमें है ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
२. श्री. शेंदुरेने त्वरित इस आस्थापनके बेंगलुरूके मुख्य अधिकारी श्री. रमेशको दूरभाष कर इस अनादरके संदर्भमें बताया तथा यह चेतावनी भी दी कि यदि यह अनादर इस प्रकार ही आरंभ रहा, तो मैं यह अगरबत्ती नहीं खरीदूंगा । श्री. रमेशको भी श्री. शेंदुरेका कहना स्वीकृत हुआ, इसलिए उन्होंने इस विषयमें उचित कार्यवाही करनेका आश्वासन दिया ।
३. कुछ दिन पश्चात श्री. रमेशने श्री. शेंदुरेको दूरभाष कर यह बताया कि अगरबत्तीका उत्पाद रोका गया है । साथ ही भविष्यमें इस अगरबत्तीके सुधारवाले वेष्टनपर गणपतिका छायाचित्र मुद्रित नहीं किया जाएगा ।(देवताका अनादर होनेकी बात ध्यानमें आते ही शीघ्र कृत्य करनेवाले अगरबत्ती आस्थापनके मुख्य अधिकारी श्री. रमेशजीका भी अभिनंदन ! अन्योंको भी इससे शिक्षा लेनी चाहिए ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
४. यह अगरबत्ती सुधारवाले वेष्टनके साथ पुनः बाजारमें आनेके पश्चात श्री. रमेशने उसे श्री. शेंदुरेको भेजकर आस्थापनद्वारा अनादर रोके जानेकी बात बताई ।
सनातन प्रभात पढनेके कारण योग्य कृत्य करनेकी दिशा प्राप्त हुई ! – श्री. राजेश शेंदुरे
देवताका अनादर रोकनेके कृत्यके संदर्भमें प्रतिक्रिया व्यक्त करते समय श्री. राजेश शेंदूरेने बताया, दैनिक सनातन प्रभातके वाचनके कारण मुझे योग्य कृत्य करनेकी दिशा प्राप्त हुई । इस कृत्यके कारण श्री गणेशका होनेवाला अनादर रोकनेका आनंद मुझे प्राप्त हुआ । यदि भविष्यमें भी किसी आस्थापनद्वारा किसी भी माध्यमसे देवताका अनादर करनेका प्रयास किया गया, तो मैं उसका प्रतिरोध करनेका प्रयास अवश्य करूंगा ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात