वासनांध पादरी !
वेटिकन सिटी : पादरियों के साथ समलैंगिक संबंध बनाने और यौन दुर्व्यवहार के आरोपों से शर्मसार स्कॉटलैंड के कार्डिनल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। वेटिकन ने कहा है कि पोप फ्रांसिस ने ७७ वर्षीय कीथ ओ ब्रायन का कार्डिनल के विशेषाधिकारों से इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।
मातहत पादरियों से यौन दुर्व्यवहार के आरोपों के बाद वर्ष २०१३ में ओ ब्रायन ने संत एंड्रूस एवं इडेनबर्ग के आर्कविशप पद से इस्तीफा दे दिया था। दो साल पहले पोप के चुनाव के लिए हुए कार्डिनलों के सम्मेलन से भी उन्होंने खुद को अलग रखा था। ब्रिटेन के कभी कैथोलिक ईसाइयों के सर्वोच्च धार्मिक नेता रहे ओ ब्रायन पर जब कुछ अज्ञात पादरियों ने अखबार के जरिये अपने साथ यौन दुर्व्यवहार का आरोप लगाया था।
अंततः ब्रायन ने स्वीकार किया था कि उनके यौन आचरण ने एक पादरी से जैसी अपेक्षा की जाती है उसके स्तर को गिरा दिया है। इसके बाद उन्होंने माफी भी मांगी थी। तब उन्होंने आर्चविशप पद से इस्तीफा भी दे दिया था लेकिन अब तक कार्डिनल के रूप में बने हुए थे।
उन्होंने वादा किया है कि वह अब स्कॉटलैंड में चर्च में सार्वजनिक जीवन में कोई भूमिका नहीं निभाएंगे और न ही अर्जेंटीना के कार्डिनल जार्ज बर्गोग्लियो को नया पोप चुनने के लिए होने वाले सम्मेलन में भाग लेंगे।
ब्रायन ने शुरुआत में तीन पादरियों और एक पूर्व पादरी द्वारा लगाए गए यौन दुर्व्यवहार के आरोपों से इंकार किया था लेकिन बाद में आरोपों को स्वीकार कर लिया था। स्कॉटलैंड के चर्च ने इस फैसले का स्वागत किया है लेकिन ओ ब्रायन के समलैंगिक आचरण के शिकार समूह एसएनएपी ने कहा कि यह व्यवस्था देर से आई और यह पर्याप्त नहीं है।
स्त्रोत : नयी दुनिया