‘धरम संकट मे’ इस चलच्चित्र का प्रमाणपत्र तुरंत रहित करने हेतु हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा केंद्रीय चलचित्र परीनिरीक्षण मण्डलको निवेदन !
फुवाद खान निदेशित तथा सज्जिद चूनावाला और शरीक पटेल निर्मित धरम संकट में नामक चलचित्र दस एप्रैल को प्रसारित हो रहा है । इस चलचित्र के विज्ञापन तथा प्रसारित दृष्यों को देखने पर यह स्पष्ट होता है कि चलचित्र द्वारा हिन्दू धर्म का अवमान किया गया है ।
चलचित्र में हिन्दू साधू-संतो को आपत्तीजनक रूप में दिखाया गया है । चलचित्र ने हिन्दुओं की आस्था पर प्रश्नचिन्ह लगाने का प्रयास किया है ।
चलचित्र में अभिनेता नसरुद्दिन शाह को एक हिन्दू संत के रुप में दिखाया गया है । एक गाने में इस तथाकथित संत को अश्लील हावभाव के साथ दिखाया है ।
धर्मप्रेमी हिन्दू आगे दिए संपर्कों पर विरोध कर रहे हैं ।
केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सेन्सॉर बोर्ड)
दूरभाष क्रमांक : (०२२) २३६३ १०४८
फॅक्स क्रमांक : (०२२) २३६९ ००८३
इ-मेल : [email protected]
यही नहीं, चलचित्र में मौलाना को पूरे मुसलमान धर्म के अनुसार पालन करते हुए दिखाया है । दूसरी ओर हिन्दू संत को भोगविलास में डुबते हुए दिखाया गया है ।
हिन्दू जनजागृति समिति को ये ज्ञात होते ही समिति ने तत्परता से इसके विरोध केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड को निषेधपत्र लिखकर इसका विरोध किया है । निषेधपत्र द्वारा समिति ने इस चलचित्र को बोर्ड ने दिया हुआ प्रमाणपत्र तुरंत रहित कर फिल्म के प्रसारण पर रोक लगाने की मांग की है । यह न करने पर समिती कानून के मार्ग से तीव्र आंदोलन करेगी ऐसा भी सूचित किया गया है ।
देखिए कुछ व्हिडिआेज जिसमें ‘योगासन’ का भी अपमान किया गया है :
हिंदू जनजागृती समिती के द्वारा चित्रपटगृहोंको दिया जा रहा निवेदनपत्र | निवेदनपत्र में हिंदुद्रोही धरम संकट में चित्रपट को प्रदर्शित न करने की मांग है |