बौंदकलां (हरियाणा) – हरियाणा के हिसार में चर्च में तोड़फोड़ का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ कि अब प्रदेश में खंडहरनुमा मस्जिद के पुर्ननिर्माण मामले ने तूल पकड लिया है। मामला बौदकलां (हरियाणा) के गांव का है।
दरअसल गांव में स्थित खंडहरनुमा मस्जिद का निर्माण कार्य शुरू करवाने को पहुंचे जिला वक्फ बोर्ड भिवानी के एक कर्मचारी को बुधवार सुबह ग्रामीणों ने भगा दिया। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि कोई संस्था या फिर प्रशासन इस पर निर्माण कार्य करवाता है, तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
यह मस्जिद १० दिसंबर १९९२ को गिरा दिया गया था। इस संपत्ति पर वक्फ बोर्ड का मालिकाना हक बताया जा रहा है। बुधवार सुबह ही मस्जिद की जगह पर ईंटें और पानी की टंकी रखवा दी गई थी। निर्माण की भनक लगते ही ग्रामीण एकत्रित होने लगे। भिवानी से वक्फ बोर्ड का रेंट क्लर्क बताने वाला कर्मचारी भी वहां पहुंचा था।
ग्रामीणों ने कहा कि यह मस्जिद वक्फ बोर्ड की संपत्ति है। कर्मचारी ने कहा कि उसके पास आदेश है कि यहां चारदीवारी करवाकर गेट लगाया जाएगा। जब उसने कागजात दिखाए तो उन पर २६ नवंबर २०१३ की तारीख अंकित थी। इससे ग्रामीण भड़क गए और कहा कि इस जगह पर निर्माण किसी भी सूरत में नहीं होने देंगे। ग्रामीणों के तेवर देख कर्मचारी वहां से खिसक गया।
मार्च २०१३ में भी की थी निर्माण की कोशिश
मार्च २०१३ में भी मस्जिद की जगह पर दुकानों का निर्माण करवाने के लिए निर्माण सामग्री डलवा दी थी। निर्माण करवाने वाले पक्ष ने १६ मार्च २०१३ की सुबह मस्जिद में नींव खुदाई करवानी शुरू की।
मामले की जानकारी मिलते ही पंचायत ने निर्माण कार्य रोकने के लिए कहा, लेकिन काम नहीं रुकने पर पंचायत ने पुलिस को सूचना भिजवाई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर निर्माण कार्य को रुकवाकर आगामी आदेशों तक कोई भी निर्माण कार्य नहीं करने को कहा था।
विनोद कुमार, सरपंच ने बताया कि वक्फ बोर्ड के पास कोई ऑर्डर है तो ग्रामीणों की सहमति से ही मस्जिद में चारदीवारी करवाकर गेट लगा सकते है। मौजिज ग्रामीणों की सहमति के बाद ही पंचायत कोई फैसला ले सकती है। इस जगह पर दुकानों का निर्माण नहीं करवाया जा सकता है। ऐसा होने पर पंचायत विरोध करेगी।
स्त्रोत : अमर उजाला