आज हिन्दू राष्ट्र, घर वापसी को लेकर जमियत-उलेमा-ए-हिन्द आरएसएस पर बन्दी की मांग कर रही है, कल यही जमियत हिन्दुआें के धर्मांतरण कराने का फतवा निकाल सकती है ! – सम्पादक, हिन्दू जनजागृति समिति
लखनऊ – मुसलमानों के धार्मिक संगठन जमियत उलेमा-ए-हिंद ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर बैन लगाने की मांग की है। जमियत ने आरोप लगाया है कि संघ बाबरी मस्जिद, घर वापसी और हिंदू राष्ट्र के लिए अभियान जैसे कई सांप्रदायिक गतिविधियों में शामिल है।
शनिवार को जमियत की आम सभा में कहा गया कि प्रधानमंत्री मोदी अप्रत्यक्ष रूप से नफरत फैलाने वाले ऐसे दक्षिणपंथी संगठनों का समर्थन करते हैं जो संघ परिवार से जुड़े हैं। इस कार्यक्रम में जमियत के चेयरमैन अरशद मदनी ने कहा, ‘आरएसएस फासिस्ट संगठन है, जिस पर तुरंत प्रतिबंध लगाना चाहिए।’
जमियत ने यूपी की सत्ताधारी पार्टी सपा की भी आलोचना की। जमियत ने कहा कि सपा को मुसलमानों को १८ फीसदी आरक्षण देने का वादा पूरा करा चाहिए नहीं तो २०१७ के विधानसभा चुनाव में पार्टी को भुगतना होगा।
स्त्रोत : दैनिक भास्कर