इस विषयमें अंधश्रद्धा निर्मूलन समितीका का क्या कहना है ?
ब्यूनस आयर्स : भारत ही नहीं विदेशों में भी भूत-प्रेत भागने के लिए झाड़-फूंक करने की परंपरा प्रचलन में है। ताजा मामला अर्जेन्टीना का है।
राजधानी ब्यूनस आयर्स के एक चर्च में २२ साल की लौरा फर्श पर लेट कर चिल्ला रही है। उसके आसपास पादरियों की भीड़ लगी है, जो लौरा के अंदर से भूत निकालने के लिए मंत्र पढ़ रहे हैं। इस पूरी घटना का वीडियो भी बनाया गया है, जो काफी लोकप्रिय हो रहा है।
स्थानीय लोगों को कहना है कि लौरा एक अच्छी लड़की है। लेकिन जब से शैतान ने उसके शरीर पर कब्जा किया, वह गंदी लड़कियों की तरह व्यवहार करने लगी। इसके बाद लोगों ने कैथोलिक झाड़-फूंक करने वाले से पादरी से संपर्क किया।
ब्यूनस आयर्स के लुथेरल कैरिस्मेटिक चर्च में पादरियों ने झाड़-फूंक करके उसे प्रेत से मुक्त किया। ५२ साल के बिशप मैनअुल अक्यूना ने बताया कि शैतान का अस्तित्व है। वह कोई विचार या थ्योरी नहीं है।
मैनअुल अक्यूना ने बताया, “शैतान का अपना व्यक्तित्व होता है। हम उसके बारे में बात कर रहे हैं, जो डरावना है। शैतान कोई लक्षण नहीं है। वह एक असली चीज है, जिसका सामना जीसस क्राइस्ट कर सकते हैं।”
स्त्रोत : भास्कर