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प.पू. आसारामबापूजीकी दृक्श्राव्यचक्रिकाके मूल दृश्योंमें फेरबदल कर उसका विकृत रूपसे प्रसारण क

पौष कृष्ण ६, कलियुग वर्ष ५११५

हिंदुओ, आपके संतोंको अपकीर्त करनेवाले प्रसारमाध्यमोंका बहिष्कार करें  !

गुडगांव (हरियाना) – प.पू. आसारामबापूजीके मूल दृक्श्राव्य चक्रिकाके दृश्योंको अश्लील कर उनका प्रसारण करनेवाले ‘न्यूज-२४’, ‘इंडिया न्यूज’ एवं ‘न्यूज नेशन’ समाचारप्रणालोंके विरुद्ध गुडगांवके पुलिस थानेमें धारा १३ (क) पॉस्को, भा.दं.वि. ४६९, ४७१, १२० (ब) एवं ६७१ सूचना तंत्रज्ञान धाराओंके अंतर्गत अपराध प्रविष्ट किया गया है । यहांके एक अभियंताने यह परिवाद प्रविष्ट किया है ।

इस याचिकाकर्ताद्वारा दी गई जानकारी…

१. हमारे सद्गुरु प.पू. आसारामबापूजी हमारे विनती करनेपर २ जुलाई २०१३ को हमारे घर आए थे । उस दिन हमारे परिजनोंके साथ अनेक पडोसी हमारे घरपर उपस्थित थे । हम सबने प.पू. आसारामबापूजीका पूजन कर सम्मान किया था ।
२. उस समय प.पू. बापूजीने सबके साथ मेरी भांजीको भी आशीर्वाद दिया था । प.पू. बापूजीके एक शिवा नामक भक्तके भ्रमणभाषद्वारा इसका चित्रीकरण किया गया था ।
३. ‘न्यूज-२४’, ‘इंडिया न्यूज’ एवं ‘न्यूज नेशन’ समाचार प्रणालोंने इसा चित्रीकरणमें फेरबदल कर उसका विकृतरूपसे प्रसारण किया । पूरी दृक्श्राव्यचक्रिकामें फेरबदल कर उसे अश्लील किया गया ।

४. प.पू. बापूजीद्वारा मेरी १० वर्षीय भांजीके सिरपर रखा आशीर्वादका हाथ उसकी देहपर सर्वत्र घुमाते हुए दर्शाया गया ।

५. मेरी पत्नीको भी अयोग्य रूपसे दर्शाया गया ।

६. हमारे परिवारसे संबंधित अश्लील दृकश्राव्यचक्रिका प्रसारित करनेसे परिवारके सभी लोग मानसिक रूपसे आहत हो गए हैं । हमारी धार्मिक भावनाओंपर आंच लाई गई है ।

६. प.पू. आसारामबापूजीका अश्लील लघुसंदेश है, ऐसा प्रसारित कर हमारे परिवारको अपकीर्त किया गया है । हमारे परिवारकी अपकीर्ति करनेवाले प्रसारमाध्यमोंपर कठोर कानूनन कार्यवाही हो ।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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