वरिष्ठ बीजेपी नेता मुरली मनोहर जोशी ने वेद में बताए गए उपचार को चिकित्सा पाठ्यक्रम में शामिल करने की वकालत करते हुए कहा कि शिक्षा का भगवाकरण करने में कुछ भी बुरा नहीं है। उन्होंने विश्व हिन्दू परिषद के नेता प्रवीण तोगड़िया के पश्चिम बंगाल में एंट्री पर रोक की भी आलोचना की।
जोशी ने कोलकाता में एक कार्यक्रम में कहा, चिकित्सा पाठ्यक्रम में वेदों में बताए गए उपचार को पढ़ाने में क्या गलत है। उन्होंने कहा, ‘किसी भी शिक्षा मंत्री को इस बात पर गर्व होना चाहिए कि हम अपनी शिक्षा व्यवस्था का भगवाकरण करना चाहते हैं। यह हमारी पहचान है, हमारा गर्व है।’
स्वामी विवेकानंद ने कहा कि हमें हिंदू कहलाने पर गर्व करना चाहिए। लेकिन मोहन भागवत यह कहते हैं तो सबको परेशानी होने लगती है। इसमें गलत क्या है? बंगाल को इस पर गर्व होना चाहिए कि विवेकानंद यहां से थे। जाइए और यह बात ममता दी को समझाइए।
जब उनसे पश्चिम बंगाल में प्रवीण तोगड़िया की एंट्री पर रोक के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, ‘गलत बात है।’
कार्यक्रम में मौजूद आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि यह हिंदुत्व और इसकी विचारधारा है जिसकी बदौलत देश अखंड है। भागवत ने कहा, ‘सदियों से भारत एक रहा है। विभिन्न संस्कृतियों, भाषाओं और खान पान के बावजूद हम एक हैं। वजह हिंदुत्व है जिसके कारण पूरा देश एक है।’
स्त्रोत :आज तक