पौष कृष्ण ८ , कलियुग वर्ष ५११५
गाडीवाट (जनपद संभाजीनगर) में हिंदू जनजागृति सभाके लिए १ सहस्र हिंदू उपस्थित
गाडीवाट (संभाजीनगर) – ह.भ.प. रामकृष्ण महाराज वाघ (सहस्रमुळीकर) ने २२ दिसंबरको गाडीवाटमें हिंदू धर्मजागृति सभामें यह उद्गार व्यक्त किए कि ‘पाखंडका खंडन करनेके लिए जागृत होना चाहिए । आज धर्मांतरणके माध्यमसे हिंदु धर्म समाप्त करनेका षडयंत्र रचा जा रहा है । अतः सर्व हिंदुओंको एकत्रित होना चाहिए । धर्म मां है । यदि प्राण गए, तो भी मैं मेरी मांकी, अर्थात धर्मकी रक्षा करूंगा । धर्म एक कल्पतरु है । हिंदू जनजागृति समिति एक वटवृक्ष है । यदि किसीने उसे समाप्त करनेका कितना भी प्रयास किया, तो भी वह समाप्त नहीं होगा ।’ उस समय मंचपर सनातन संस्थाकी श्रीमती गौरी देशमुख तथा हिंदू जनजागृति समितिके श्री. अशोक कुलकर्णी उपस्थित थे । सभाके लिए १ सहस्र धर्माभिमानी उपस्थित थे ।
धर्मजागृति सभाका प्रारंभ शंखनाद तथा श्री गणेशके श्लोकसे हुआ । ह.भ.प. रामकृष्ण महाराज वाघका सम्मान श्री. गणेश कोळगेके हाथों किया गया । धर्मजागृति सभाके लिए उपस्थित हरिद्वारके पतंजली योगपीठके श्री. श्रीकृष्ण देवका सम्मान श्री. ज्ञानेश्वर कोळगेके हाथों किया गया । सभाके लिए ग्रामपंचायतके भूतपूर्व सदस्य श्री. रामभाऊ कोळगे, शिवसेनाके श्री. उत्तमराव राठोड, श्री. दत्तात्रय कोळगे, श्री. बबन कोळगे आदि धर्माभिमानी उपस्थित थे ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात