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केन्या में जिहादीयाेंद्वारा १४७ लोगों की गाेली मारकर हत्या, मदरसा शिक्षक है हमले का मास्टरमाइंड

मदरसा में बच्चाें काे शिक्षा प्रदान करेवाले जिहादी विचारधारा के हाेते है, इसका यह उदाहरण !  – सम्मादक, हिन्दू जनजागृति समिति

 नैरोबी – केन्या की गैरीसा यूनिवर्सिटी में गुरुवार तड़के हुए आतंकी हमले में केवल ईसाई स्टूडेंट्स को निशाना बनाया गया। हमले के दौरान अल-शबाब के आतंकियों ने हॉस्टल में सो रहे स्टूडेंट्स को जगाया और फिर बोले कि जो भी छुपा हुआ है, वो बाहर आ जाए। बाद में मुस्लिम स्टूडेंट्स को छोड़ दिया और केवल ईसाई स्टूडेंट्स को निशाना बनाया। आतंकी एके-४७ जैसे ऑटोमैटिक हथियारों से लैस थे। इस हमले में १४७ स्टूडेंट्स की मौत हो गई है, जबकि ८० घायल हैं। १३ घंटे तक चले सेना और पुलिस के ऑपरेशन में चारों आतंकियों को ढेर कर दिया गया। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस आतंकी हमले की निंदा की है।

इस बीच, पुलिस ने आतंकी हमले के मास्टरमाइंड की पहचान करते हुए उसका नाम मोहम्मद कूनो बताया है। महमूद के ऊपर पहले से ही २ लाख २० हजार डॉलर का इनाम घोषित है। मोहम्मद को कुछ और नामों से भी जाना जाता है और वह एक मदरसे में टीचर है। मोहम्मद को केन्या में ही एक बस पर हमले का भी जिम्मेदार माना जाता है। इस हमले में २८ लोग मारे गए थे।

‘हम अल-शबाब से हैं’ के लगा रहे थे नारे

हमले के दौरान आतंकी ‘हम अल-शबाब से हैं’ जैसे नारे लगा रहे थे। एक स्टूडेंट ने बताया कि आतंकी हमला सुबह ५.३० बजे किया गया। यूनिवर्सिटी परिसर में बनी एक मस्जिद में कुछ लोग नमाज पढ़ रहे थे, लेकिन आतंकियों ने वहां का रुख नहीं किया, क्योंकि उनके निशाने पर सिर्फ ईसाई स्टूडेंट्स थे। पुलिस प्रमुख जोसेफ बोएनट ने कहा कि यूनिवर्सिटी के गेट को ग्रेनेड से उड़ाने के बाद आतंकियों ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। यूनिवर्सिटी के ८१५ में से करीब ५०० छात्रों को वहां से सुरक्षित निकाल लिया गया। घटना के बाद गैरीसा और आसपास के वजीर, ताना रिवर और मानडेरा इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया है। जिस जगह हमले के अंजाम दिया गया है, वह सोमालिया की सीमा से करीब १४५ किलोमीटर दूर है। हमले में शामिल एक आतंकी को गिरफ्तार भी किया गया है।

१९९८ के बाद दूसरा सबसे बड़ा हमला

केन्या के गृह मंत्री जोसेफ कैसीरी ने कहा कि इस आतंकी हमले में सेना के कुछ जवान भी घायल हुए हैं। केन्या में १९९८ में अमेरिकी दूतावास पर हमले के बाद यह सबसे बड़ा हमला है। अल-शबाब केन्या सरकार द्वारा सोमालिया में सेना भेजे जाने से नाराज है, जो वहां उसके खिलाफ ऑपरेशन चला रही है। गैरीसा यूनिवर्सिटी सोमालिया से लगी अशांत सीमावर्ती केन्याई इलाके में स्थित है। अल कायदा से जुड़े अल शबाब के प्रवक्ता शेख अली मोहम्मद रेज ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि इस तरह के हमले जारी रहेंगे। इसी संगठन ने केन्या में २०१३ के वेस्टगेट शॉपिंग मॉल हमले को अंजाम दिया था।

Source : दैनिक भास्कर

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