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थानेमें ईसाई धर्मप्रसारकोंद्वारा धर्मपरिवर्तन करनेका षडयंत्र बजरंग दल एवं विहिंपके कार्यकर्

पौष कृष्ण १३ , कलियुग वर्ष ५११५

  • पुलिसद्वारा ५ लोग नियंत्रणमें एवं मुक्त

  • हिंदुओंको धर्मशिक्षा न रहनेके कारण ही षडयंत्रकारी ईसाईयोंको अवसर मिलता है !

ठाणे –  येशू ही सर्वश्रेष्ठ हैं, येशूकी प्रार्थना करनेपर आपकी समस्याएं हल होंगी तथा असाध्य रोग भी अच्छे होंगे, ऐसा कह धर्मपरिवर्तन करने हेतु आए ईसाई मिशनरियोंका षडयंत्र बजरंग दल एवं विश्व हिंदू परिषदके कार्यकर्ताओंने विफल कर दिया । (ईसाईयोंका कार्यक्रम रोकनेवाले कार्यकर्ताओंका अभिनंदन ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
१. हाल ही में कुछ दिनोंपूर्व येऊरके दुर्गम (आदिवासी) गांवमें ईसाई मिशनरियोंने एक कार्यक्रम आयोजित किया था । इस कार्यक्रमके लिए गांवके हिंदुओको आमंत्रित किया गया था । ऐसे कार्यक्रमोंके उपरांत हिंदुओंका धर्मपरिवर्तन होनेकी बात ध्यानमें आनेपर बजरंग दल एवं विहिंपके सर्वश्री विक्रम भोईर, आशुतोष तिवारी, विजय रनपिसे, विजय वडावले एवं कार्यकर्ता येऊरके कार्यक्रममें गए थे ।
२. कार्यक्रममें बताया गया कि यहां उपस्थित लोगोंको बताया गया कि येशूका नामस्मरण करें, आपकी सब समस्याएं दूर होंगी तथा रोग भी अच्छे होंगे । इस समय कार्यकर्ताओंके, ‘क्या हमने श्रीकृष्ण तथा श्रीरामका जप किया, तो चलेगा’ ! ऐसा पूछनेपर उन्हें बताया गया कि येशू सर्वश्रेष्ठ हैं, उनका ही नामस्मरण करें । (हिंदुओंपर दबाव उत्पन्न करनेवाले षडयंत्रकारी ईसाई, स्वयंको शांतिके दूत कहते हैं ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
३. इस कार्यक्रममें इससे पूर्व धर्मपरिवर्तन किए कुछ परिवार भी आए थे । उन्होंने विहिंप एवं बजरंग दलके कार्यकर्ताओंको रोकनेका प्रयास करते हुए कहा, ‘हमारी समस्याओंका समाधान मिल रहा है ऐसा भ्रमित कर आप भी येशुको प्रार्थना करें । ईसाई धर्मको स्वीकार करें, इस प्रकार पटाया गया । पादरी उन्हें इस प्रकार कह रहे थे कि राम-कृष्ण रोग दूर नहीं कर सकेंगे; क्योंकि वे   ईश्वर नहीं हैं । ईश्वर केवल येशु ही हैं, इसलिए आप उनके शरणमें जाएं ।’ (हिंदुुओ, आपके मनमें स्पष्ट रूपसे विष घोलनेवाले ईसाईयोंके वास्तविक स्वरूपको जानें ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात ) यह देखकर बजरंग दलके कार्यकर्ताओंने ईसाईयोंको यह कार्यक्रम बंद करनेको बाध्य किया एवं उनके विरुद्ध वर्तकनगर पुलिस थानेमें परिवाद प्रविष्ट किया गया ।
४. यहांके ५ लोगोंको पुलिसने नियंत्रणमें लिया । पूछताछके उपरांत चार लोगोंको मुक्त किया गया तथा एक व्यक्तिको बंदी बनाया गया, जिसे दूसरे दिन मुक्त किया गया । इस घटनासे  हिंदु धर्मप्रेमी नागरिक संताप व्यक्त कर रहे हैं । बजरंग दलके श्री. अनिल मोरेने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे मिशनरियोंपर निश्चित रूपसे कार्यवाही न होनेके कारण हिंदुओंके धर्म परिवर्तनकी घटनाएं होती हैं ।

स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात

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