![](https://1.bp.blogspot.com/-EVBgVfLOyvg/VSlKT8CW3TI/AAAAAAABhQo/HQ2DPo-xsC0/s1600/nandurbr1.jpg)
नंदुरबार (महाराष्ट्र) : हिन्दूधर्मियोंका धर्मग्रंथ श्रीमद्भगवदगीता को जलाकर अपमान करने के संदर्भ में कठोर कार्यवाही करने एवं संविधान का सेक्युलर शब्द निरस्त करने एवं मंदिरोंकी दुरावस्था को जानबूझकर दुर्लक्ष करनेवाले पुरातत्व विभाग के अधिकारियोंपर कार्यवाही करने की मांगोंको लेकर राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन के अंतर्गत यहां के विविध हिन्दू संगठनोंद्वारा ११ अप्रैल को प्रदर्शन कर आंदोलन किए गए।
इस आंदोलन में विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल, योग वेदांत सेवा समिति, गोरक्षा समिति, श्री संप्रदाय, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, जैन संगठन, हिन्दू जनजागृति समिति, सनातन संस्था तथा विविध व्यायामशालाएं सम्मिलित हुई थीं।
इस अवसर पर विश्व हिन्दू परिषद के प्रखंड मंत्री दिलीप ढाकणे पाटिल ने कहा कि हिन्दूधर्मियोंके धर्मग्रंथ का अनादर करनेवालोंपर कठोर कार्यवाही होनी ही चाहिए तथा इस के लिए हिन्दुओंको संगठित रूप से आवाज उठानी चाहिए।
सर्वश्री आनंद मराठे, मोहन जैन, महेंद्र जैन, श्रीकांत ब-हाणपुरकर, गणेश पाटिल, अमोल ठाकरे, दीपक राजपूत, आकाश गावित इत्यादि लोगोंने इस में सहभाग लिया।
अल्पसंख्यकोंकी चापलूसी बंद कर देश में समान नागरी कानून लागू करें ! – सुधीर कोकाटे
जलगांव (महाराष्ट्र) : जय हिन्द ग्रुप के श्री. सुधीर कोकाटे ने ऐसा कहा कि भारतीय संविधान में (सेक्यूलर) धर्मनिरपेक्ष शब्द का समावेश करने से उसका केवल अतिरेक नहीं हो रहा है, अपितु स्वार्थ के लिए उसका मनचाहा उपयोग कर अधिकांश हिन्दुओंपर अन्याय किया जा रहा है। इसके लिए संविधान में मूलतः न रहनेवाला एवं अवैधानिक रूप से अंतर्भूत सेक्युलर शब्द हटाकर अल्पसंख्यकोंकी चापलूसी बंद करें एवं देश में समान नागरी कानून लागू करें। वे यहां आयोजित राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन में बोल रहे थे। यहां विविध हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों ने एकत्रित आकर हिन्दूधर्मियोंका धर्मग्रंथ श्रीमद्भगवद्गीता जलाकर अनादर करने के संदर्भ में कठोर कार्यवाही करने, संविधान में घुसाया सेक्यूलर शब्द निरस्त करने एवं मंदिरोंकी दुरावस्था को जानबूझकर दुर्लक्षित करनेवाले पुरातत्व विभाग के अधिकारियोंपर कार्यवाही करने की मांगों को लेकर राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन किया गया।
इस अवसर पर सनातन संस्था के श्री. दत्तात्रय वाघुळदे एवं हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. श्रेयस पिसोळकर ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए। इस आंदोलन में शिवसेना के सर्वश्री मोहन तिवारी, स्वराज्य निर्माण सेना के महेश सपकाळे, समिति के राहुल मराठे एवं सावदा, वाघोदा, शिरसोली, नांदरा, कानळदा के धर्माभिमानी ऐसे कुल मिलाकर ८० से अधिक हिन्दू उपस्थित थे।
क्षणिका – पुलिस ने आंदोलन के अंत में सभी का चित्रीकरण किया।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात