वैशाख अमावस्या, कलियुग वर्ष ५११७
त्राल मार्च के मद्देनजर नजरबंद किए गए अलगाववादी नेता मसरत आलम को गिरफ्तार कर लिया गया है. गिरफ्तारी के बाद मसरत को शहीदगंज पुलिस स्टेशन ले जाया गया. मसरत आलम की गिरफ्तारी के बाद हंगामा होने की आशंका के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए. फिलहाल मसरत बडगाम पुलिस स्टेशन में है और उससे पुलिस पूछताछ कर रही है. मसरत के ऊपर देशद्रोह छोड़कर अन्य पांच धाराओं (120 (B), 147, 341, 346, 427) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.
पूछताछ के बाद मसरत को कोर्ट में पेश किया जाएगा. इन सब के बीच बीजेपी जनरल सेक्रेटरी राम माधव दिल्ली से जम्मू के लिए रवाना हुए. राम माधव जम्मू में मसरत केस पर डिप्टी सीएम निर्मल कुमार सिंह और बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं से मिलेंगे. बीजेपी वर्किंग कमिटी की दो दिन की बैठक बुलाई गई है. जम्मू पहुंच कर कटरा के लिए रवाना हुए राम माधव. सूत्रों की माने तो माधव मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद से भी मुलाकात कर सकते हैं.
नजरबंद होने के बाद शुक्रवार को ही सुबह मसरत ने कहा था कि मार्च को असफल करने के लिए उसके समेत कई लोगों को नजरबंद किया गया. उसने साथ ही लोगों से कहा कि वो पीछे नहीं हटें और मार्च जारी रखें. पुलिस ने त्राल मार्च को भी रोक दिया है. वहीं कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने इस मुद्दे पर सरकार पर निशाना साधा है. उधर, शुक्रवार सुबह मसरत को श्रीनगर में गिरफ्तार कर लिया गया.
मसरत आलम ने कहा, ‘त्राल मार्च को फेल करने के लिए हमें नजरबंद किया गया. लोग इस मार्च में जा रहे थे उन्हें रोक दिया गया. उन्हें वो करने दिया जाए जो वो करना चाहते हैं. हम वो करते रहेंगे जो हम कर रहे हैं. मैं लोगों से कहना चाहता हूं कि वो हुर्रियत प्रोग्राम को सफल बनाएं.’
दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया-
digvijaya singh @digvijaya_28
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मस्सर्रत आलम और गिलानी जम्मू कश्मीर की सरकार की मेहमान नवाज़ी में बिरयानी नौश फ़रमा रहे हैं । क्या उन पर देश द्रोह का मुकदमा दायर हुआ है ?
8:04 AM – 17 Apr 2015
केंद्र के दबाव और बीजेपी की स्पष्ट चेतावनी के बाद आखिरकार मुफ्ती सरकार गुरुवार को हरकत में आई और त्राल मार्च के मद्देनजर जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अलगाववादी नेता मसरत आलम, सैयद अली शाह गिलानी समेत छह अन्य को गुरुवार को नजरबंद कर दिया था.
गौरतलब है कि बुधवार को श्रीनगर में गिलानी की रैली में मसरत आलम ने जेल से रिहा होते ही शिरकत की थी. इस रैली में मसरत ने पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाए थे, जबकि पड़ोसी मुल्क का झंडा भी लहराया गया था. इसके बाद से ही प्रदेश सरकार पर मसरत पर कार्रवई के लिए दबाव बनाया जा रहा है.
श्रीनगर की रैली के बाद गिलानी ने शुक्रवार को ‘त्राल मार्च’ का आह्वान किया था. इस रैली में मसरत आलम को भी शामिल होना था. जबकि मामले में बढ़ते विवाद को देखते हुए प्रदेश की पुलिस ने एहतियातन सैयद अली शाह गिलानी, मीरवाइज और शब्बीर शाह नेताओं को नजरबंद कर दिया. वहीं मसरत आलम को शुक्रवार की सुबह गिरफ्तार कर लिया गया.
वकील करेंगे हड़ताल
मसरत आलम के देशद्रोही बयान के खिलाफ जम्मू बार एसोसिएशन ने शुक्रवार को हाई कोर्ट और निचली अदालत में हड़ताल की घोषणा की है.
स्त्रोत : आज तक