पौष शुक्ल पक्ष २/३, कलियुग वर्ष ५११५
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हिंदुओंके संगठित न होनेके कारण ही ईसाईयोंका कार्य बनता है !
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निरंतर घटनेवाली ये घटनाएं रोकने हेतु अब संगठित हिंदुओंकी आवश्यकता है !
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कक्षा २ के छात्रोंको गिरिजाघर ले जानेकी घटना !
मिरज – २८ दिसंबरको एक पाठशालासे कक्षा २ के छात्रोंको गिरिजाघर ले जानेकी घटना घटी थी । वहां जानेपर उन्हें केक दिया गया, उनसे प्रार्थना करवाई गई तथा ‘नया करार’, यह पुस्तक भी दी गई । उसके पश्चात एक अभिभावकने शिवसेनाके श्री. आनंद राजपूतको व्यथित करनेवाली एक बात बताई । इन छात्रोंको १० मिनटोंकी कालावधिमें ‘शैतान गाडी चलायेगा तो नरक में जायेगा, येशू गाडी चलायेगा, तो स्वर्ग में जायेगा,’ यह गाना सिखाया । अत: कुछ छात्र ४ दिनोंसे घरपर यही गाना गा रहे हैं । (चालबाज एवं धूर्त ईसाई ! छोटे बच्चोंपर परिणाम हो, ऐसे गाने सिखाकर एकप्रकारसे बच्चोंका बुदि्धभ्रम करनेका प्रयास किया गया है ! जो पाठशाला इन छात्रोंको गिरिजाघर ले गई, क्या अब उनकी आंखें खुलेंगी ? – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात )
इस विषयमें श्री. आनंद राजपूतने कहा, यह जानबूझकर हिंदु धर्मको अपकीर्त करनेका प्रयास है । हिंदु धर्ममें श्रीकृष्णको गीतामें सारथीके रूपमें दिखाया गया है । अत: यह एकप्रकारसे श्रीकृष्णको ही शैतान कहनेकी घटना है । येशूके गाडी चलानेपर वह स्वर्ग जाएगा, ऐसा कहना येशू ही तुम्हारी रक्षा करेगा, यह कहनेका प्रयास है । यह प्रकरण अत्यंत संतापजनक है, तथा शिवसैनिक पाठशालासे इसका उत्तर मांगनेवाले हैं ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात