काठमांडू – २५ अप्रैल को आए भूकंप की त्रासदी के बीच अस्तित्व बचाने के लिए जूझ रहे नेपाल को पाकिस्तान ने राहत पैकेज में ऐसी चीज भेजी है जिसे देख सभी लोग हैरान हैं और इसे कोई भी हाथ लगाने को तैयार नहीं है। पाकिस्तान से भेजी गयी राहत सामग्री में ‘गोमांस मसाला’ के पैकेट हैं।
नेपाल एक हिंदू राष्ट्र है और यहां गोवंश वध पर प्रतिबंध है। ऐसे में पाकिस्तान की यह कारस्तानी दक्षिण एशियाई संगठन (सार्क) के सदस्य देशों के बीच राजनयिक कटुता को बढ़ाने की क्षमता रखता है।
काठमांडू के बीर अस्पताल में तैनान भारतीय डॉक्टरों के एक समूह ने एक अंग्रेजी वेबसाइट से बात करते हुए बताया कि मंगलवार को पाकिस्तान की ओर से जो राहत सामग्री भेजी गई, उसमें बीफ मसाला के पैकेट्स हैं। भारत की ओर से ३४ सदस्यीय चिकित्सा दल नेपाल भेजा गया है। इस दल में राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल, सफदरजंग अस्पताल और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के डॉक्टर भी शामिल हैं।
३४ सदस्यीय डॉक्टरों के दल में शामिल डॉ. बलविंदर सिंह ने कहा कि जब हम खाद्य सामग्री लेने एयरपोर्ट पहुंचे तो हमने पाया कि पाकिस्तान से आये सामग्री में इनमें बीफ मसाले के पैकेट भी हैं। उन्होंने बताया कि हमने पाकिस्तान से आई सामग्री को छुआ तक भी नहीं।
एक अन्य डॉक्टर ने नाम नहीं प्रकाशित करने की शर्त पर अंग्रेजी वेबसाइट को बताया कि अधिकतर स्थानीय लोगों को इस बारे में जानकारी नहीं है, लेकिन जब उन्हें यह बात का पता चला, तो सभी ने इससे बचने की कोशिश की। उन्होंने आगे बताया कि पाकिस्तान ने बीफ मसाला भेजकर नेपाल की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई है।
नेपाल सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि हमने इस बात की जानकारी प्रधानमंत्री सुशील कोइराला और खुफिया प्रमुख को दे दी है। हम तथ्यों को सत्यापित करने के लिए एक आंतरिक जांच शुरू करने वाले हैं। अगर रिपोर्ट में यह बात स्पष्ट होती है तो हम राजनयिक स्तर पर पाकिस्तान के साथ इस मुद्दे को उठाएंगे। भारत हमारा प्रमुख साथी है, इसलिए इस घटनाक्रम के बारे में भारत को भी अवगत करवाया जाएगा।
वहीं, पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता तसनीम असलम ने अपना बचाव करते हुए कहा कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। मैं ऐसे किसी डिस्पैच के लिए उत्तरदायी भी नहीं हूं। राहत सामग्री राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा भेजी जाती है।
स्त्रोत : जागरण