पौष शुक्ल पक्ष ४, कलियुग वर्ष ५११५
हिंदू जनजागृति समितिद्वारा आयोजित `राष्ट्रध्वजका अपमान रोकें’ मुहीम
गणतंत्र दिवसके अवसरपर राष्ट्रध्वजकी विडंबना रोकने हेतु मुहीम
अमरावती – २६ जनवरीको सर्वत्र भारतका गणतंत्र दिवस उत्साहके साथ मनाया जाता है । इस राष्ट्रीय दिवसके अवसरपर शासकीय, नि:शासकीय, तथा निजी संस्थाओंकी ओरसे ध्वजारोहणभी किया जाता है । ध्वजवंदनके समय छोटे बच्चोंके मध्य कागद तथा प्लास्टिकके राष्ट्रध्वज वितरित किए जाते हैं; किंतु कुछ अभिभावक अथवा अध्यापकोंद्वारा आजकी पीढीको राष्ट्रध्वजका सम्मान रखनेके संदर्भमें उचित शिक्षा नहीं दी जाती । उसी दिनसे राष्ट्रध्वज रास्तेपर अथवा गटरमें फटी हुई हालतमें पाए जाते हैं । राष्ट्रध्वजकी यह विडंबना असहाय होकर देखनी पडती है । ८ वर्ष पूर्वसे हिंदू जनजागृति समिति प्रशासन, प्रशासकीय अधिकारी, पुलिस आदिको समय-समयपर आवेदन देकर राष्ट्रध्वजका अपमान रोकने हेतु उपाययोजना करनेकी मांग कर रही है ।
राष्ट्रध्वजका उचित सम्मान रखने हेतु तथा प्लास्टिकके राष्ट्रध्वज सिद्ध ही न किए जाएं इस हेतु आप तुरंत उपाययोजना करें । समितिकी ओरसे २ जनवरीको अमरावतीके निवासी जिलाधिकारी श्री. तेजूसिंह पवारको आवेदनपत्रद्वारा ऐसा निवेदन किया गया । इस अवसरपर समितिके श्री. किरण दुसे, श्री. उबरकर, श्री. वाणी, श्रीमती रेखा उबरकर, कु.शीतल कळमकर, श्रीमती पल्लवी हंबर्डे तथा सनातन संस्थाके श्री. गिरीश कोमेरवार उपस्थित थे ।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात