आगरा – उत्तरप्रदेश के शहर आगरा में बीते १६ अप्रैल को एक चर्च पर हुए हमले के मामले में पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया है। एसएसपी राजेश मोदक ने बताया कि हिरासत में लिए गए लोगों की पहचान नासिर, जफर और जफरुद्दीन के तौर पर हुई है। सभी की उम्र ३० से ३५ साल के बीच है।
मोदक के मुताबिक, वारदात के वक्त ये तीनों घटनास्थल के आसपास मौजूद थे। वहां इनकी मौजूदगी से जुड़े सवालों का तीनों संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। उनके सेलफोन से उनकी लोकेशन ट्रेस की गई। वहीं, स्थानीय राजनीतिक दल ने इनको हिरासत में लिए जाने पर प्रदर्शन किया है।
पुलिस को शक क्यों
जो लोग हिरासत में लिए गए हैं, उनका कहना है कि वे एक मेले में शामिल होकर वापस लौट रहे थे। पुलिस को शक इस बात का है कि आखिर इन लोगों ने ३ किमी लंबा रास्ता छोड़कर १० किमी दूरी वाला दूसरा रास्ता वापस आने के लिए क्यों चुना? इसी रास्ते पर चर्च स्थित है। पुलिस ने यह भी कहा कि अगर तीनों बेकसूर हुए तो उन्हें जल्द छोड़ दिया जाएगा। बता दें कि १६ अप्रैल को शहर के कैंटोमेंट एरिया के प्रतापपुरा में सेंट मेरी चर्च में तोड़फोड़ की गई थी।
पीस पार्टी का प्रदर्शन
तीन लोगों के हिरासत में लेने की खबर फैलते ही पीस पार्टी के सदस्यों ने बुधवार को कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। उन्होंने दावा किया कि पुलिस ने पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाते हुए परिवार से दूर रह रहे गरीब लोगों को हिरासत में लिया है। पार्टी के मुताबिक, इन लोगों का बचाव करने वाला कोई नहीं है, इसलिए इन्हें हिरासत में लिया गया है। पीस पार्टी के जनरल सेक्रेटरी जहांगीर अल्वी ने कहा कि पकड़े गए लोग सड़क किनारे चलने वाले होटलों में काम करते हैं। ये तीनों एक कब्रगाह के करीब रहते हैं।
स्त्रोत : दैनिक भास्कर