हिन्दुओे, केवल रात्रि नहीं, अपितु दिन भी शत्रु का है ! कल कश्मीर में हुआ, वही आज बंगाल में हो रहा है। कल पूरे भारत में होगा। इसलिए समय रहते ही जागृत हों एवं हरे आक्रमणोंका प्रतिकार करने हेतु संगठित हों !
• हिन्दुओंके ५० घरोंका विध्वंस एवं लूट
• अनेक हिन्दू घायल
• १०० हिन्दुओंका गांव से पलायन
कोलकाता : बंगाल में दक्षिण २४ परगणा जिले में मल्लिकपुर गांव में २२ अप्रैल को तृणमूल कांग्रेस के नेता लतौल हुसेन मुल्ला के नेतृत्व में ४०० धर्मांधोंके समूह ने जानलेवा शस्त्रोंसे सरदार पारा भाग पर आक्रमण किया।
इस आक्रमण में उन्होंने इस गांव के हिन्दुओंके ५० घर एवं १० बडे दुकानोंकी अपरिमित हानि की एवं उन्हें लूटा तथा महिलाओंका विनयभंग किया। इस आक्रमण में अनेक हिन्दू घायल हो गए, जब कि १०० हिन्दुओंने गांव से जान बचाकर पलायन किया है। सुभाष सरदार नामक हिन्दू को गंभीर घायल अवस्था में पुलिस ने रुग्णालय में प्रविष्ट किया है।
इस प्रकरण में अब तक पुलिसने ६ हिन्दू एवं ६ धर्मांधोंको नियंत्रण में लिया है। (धर्मांधोंने आक्रमण करने पर हिन्दुओंको अकारण नियंत्रण में लेनेवाली पुलिस हिन्दूद्वेषी ही है ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात) तत्पश्चात मोग्राहाट एवं कोलकाता से अनेक धर्मांध इस गांवपर आक्रमण करने हेतु आ रहे, यह ज्ञात होने से गांव के हिन्दुओं में भय का वातावरण फैल गया है। (किसी ईसाई के विषय में कुछ घटना होनेपर देश के प्रसारमाध्यम त्वरित उसे बढावा देकर हिन्दुओंको हिंसक सिद्ध कर रात दिन उनकी पिटाई करने का कार्य करते हैं; परंतु बंगाल में हिन्दुओंपर, उनके महिलाओं एवं संपत्ति पर निरंतर सशस्त्र आक्रमण होने पर भी उस की साधारण प्रविष्ट भी प्रसारमाध्यम नहीं करते ! हिन्दुओंने ऐसे प्रसारमाध्यमोंको फटकारने का समय आ गया है ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
मल्लिकपुर में १९ अप्रैल को एक मौलवी के वाहन ने हिन्दू को धप्पा दिया। इस घटना के उपरांत धर्मांधोंने दंगे को आरंभ किया। तत्पश्चात यहां के सरदार पारा क्षेत्र में धर्मांधोंने भारी मात्रा में हिन्दुओंपर आक्रमण किया। इस आक्रमण में हिन्दुओंके ३ घर एवं सरस्वती स्पोर्ट्स क्लब की हानि की गई। इस घटना के पश्चात पुलिस ने शांति समिति की बैठक आयोजित की। इस बैठक में दोनों पक्षोंने शांति का पालन करने की सम्मति दी; परंतु तत्पश्चात दो ही दिनों में असावधान हिन्दुओंपर बडा आक्रमण किया गया।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात