पौष शुक्ल पक्ष ७, कलियुग वर्ष ५११५
|
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डा.एम.एम.पल्लम राजू ने कहा कि अल्पसंख्यकों के शैक्षिक उत्थान के लिए उनका मंत्रालय कई नई योजनाएं शुरू करने जा रहा है। इन योजनाओं में १५ वर्ष और उससे अधिक आयु वर्ग के एक करोड़ मुस्लिम वयस्कों को कार्यकारी साक्षरता प्रदान करने सम्बंधी मौलाना आजाद तालीम-ए-बालिगान योजना, १४ वर्ष से अधिक आयु वर्ग की मुस्लिम बालिकाओं के कौशल विकास के लिए ‘हुनर’ जैसी योजना और शैक्षिक रूप से पिछड़े तथा पर्याप्त मुस्लिम बहुलता वाले कस्बो/जिलों में एक ही स्थान पर कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों, बालिका/ महिला छात्रावासों और डिग्री कॉलेजों की स्थापना से शैक्षिक केंद्र तैयार करना शामिल है।
श्री राजू यहां अल्पसंख्यकों की शिक्षा सम्बंधी राष्ट्रीय निगरानी समिति की वार्षिक बैठक में बोल रहे थे। बैठक में इस समिति के सदस्यों के अलावा केंद्र और राज्य सरकारों के प्रशासकों, प्रतिष्ठित शिक्षाविदों तथा मानव संसाधन विकास और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय के अधिकारियों ने भाग लिया। उन्होंने बताया कि १२वीं पंचवर्षीय योजना में अल्प संख्यकों की आवश्यकता पर और अधिक ध्यान केंद्रित किया गया है। इस दौरान भी शिक्षा के क्षेत्र में सर्वशिक्षा अभियान और राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान हमारे मुख्य कार्यक्रम बने रहेगें।
मानव संसाधन विकास मंत्री ने बताया कि अल्पसंख्यक बहुल प्रखंडों में २७० मॉडल स्कूल खोलने के प्रस्ताव का अनुमोदन कर दिया गया है। १२वीं योजना में ३७८ जवाहर नवोदय विद्यालय खोले जाएगें जिनमें से १९६ विद्यालय अल्पसंख्यक बहुल जिलों सहित विशेष श्रेणी के जिलों में खोले जाएंगे।
स्त्रोत : निति सेंट्रल