गुवाहाटी (आसाम) – भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने आज कहा कि अगले साल के विधानसभा चुनाव में जीत कर पार्टी यदि असम में सत्ता में आती है तो बांग्लादेश के हिंदू शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता दी जाएगी। शाह ने यहां एक रैली में कहा, ‘‘धार्मिक अशांति के चलते कुछ हिंदू बांग्लादेश से यहां आए हैं। अगले साल असम में यदि हम सत्ता में आए तो भाजपा उन सभी को नागरिकता देगी।’’ उन्होंने कहा कि न सिर्फ असम में बल्कि पार्टी देश भर में सभी प्रवासी बांग्लादेशी हिंदुओं को भारतीय नागरिकता देने पर काम करेगी।
असम की दो दिनों की यात्रा पर आए शाह ने कहा, ‘‘अगला चुनाव इस मुद्दे पर लड़ा जाएगा। असम चुनाव राज्य को अवैध बांग्लादेशी नागरिकों से मुक्त करने के लिए लड़ा जाएगा। असम चुनाव असम और पूर्वाेत्तर के विकास के लिए भी होगा।’’ उन्होंने कहा कि असम अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों के लिए एक आश्रय स्थल बन गया है और राज्य की कांग्रेस सरकार उन्हें वापस भेजने के लिए कुछ नहीं कर रही। शाह ने कहा, ‘‘हमने एनआरसी :नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन: को अद्यतन करने के लिए धन दिया लेकिन राज्य सरकार यह नहीं करना चाहती क्योंकि उन्हें उनका वोट मिला है। यह लंबे समय तक नहीं चलेगा। भाजपा उन्हें असम की सरजमीं से अवश्य निकालेगी।’’
उन्होंने लोगों से असम को कांग्रेस के १५ साल के भ्रष्टाचार के शासन से मुक्त करने और राज्य के सर्वांगीण विकास के लिए इसकी डोर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सौंपने की अपील की। कैग की एक ताजा रिपोर्ट का हवाला देते हुए शाह ने दावा किया कि १२००० करोड़ रूपये के कोष का कोई हिसाब किताब नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘तरूण गोगोई, कृपया उस धन का हिसाब दीजिए या नहीं तो लोग अगले साल चुनाव के दौरान हिसाब मांगेंगे। यदि कोई बदलाव नहीं हुआ है तो जवाब कौन मांगेगा? कृपया हमे सत्ता दीजिए, हम एक-एक पैसे का हिसाब मांगेंगे।’’
शाह ने केंद्र में संप्रग के १० साल के शासन के दौरान कथित कुशासन और भ्रष्टाचार को लेकर भी कांग्रेस की आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘यह भ्रष्टाचार की सरकार है। टूजी, राष्ट्रमंडल खेल, टैंकों, विमानों और पनडुब्बियों की खरीद, इसरो और आखिरकार कोयला…हर क्षेत्र में धड़ल्ले से भ्रष्टाचार है। संप्रग ने लोगों से १२ लाख करोड़ रूपया लूटा।’’ उन्होंने कहा कि लोगों द्वारा मोदी को सत्ता सौंपे जाने के बाद पिछले ११ महीने भ्रष्टाचार मुक्त रहे हैं और सभी गलत नीतियां पलट दी गईं।
शाह ने कहा कि कांग्रेस और इसके सहयोगियों ने हम पर कॉरपोरेट संचालित सरकार होने का आरोप लगाया। सच्चाई यह है कि उन्होंने कॉरपोरेट का पक्ष लिया और स्पेक्ट्रम एवं कोयला खान करीब करीब मुफ्त में दिया। हमने सभी २२० कोयला खानों का आवंटन रद्द कर दिया और स्पेक्ट्रम के साथ उन्हें नीलाम किया। कॉरपोरेट से जुटाए गए तीन लाख करोड़ रूपए से अधिक राशि का गरीबों के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि राजग सरकार गरीब हितैषी है और इसने वंचित तबके के लोगों के लिए करीब १४ करोड़ बैंक खाते खोले हैं।
स्त्रोत : पंजाब केसरी