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इस वक्तव्य के विषय में नरेंद्र मोदी क्या कहना चाहते हैं ?
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वर्तमान समय की भीषण स्थिति एक अभिनेता के ध्यान में आती है; परंतु मोदी शासन के ध्यान में क्यों नहीं आती ?
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ऐसे राजनेता जनता की रक्षा कैसे करेंगे तथा उसे `अच्छे दिन’ कैसे दर्शाएंगे ?
पुणे (महाराष्ट्र) : युवकों, केवल संगणक सीखकर उपयोग नहीं, अतः दूसरे हाथ में बंदुक लें, ज्येष्ठ अभिनेता श्री. विक्रम गोखले ने २६ अप्रैल को एैसा वक्तव्य दिया।
भारती विद्यापीठ के वर्धापनदिवस समारंभ में पाकिस्तान एवं चीन से भारत में होनेवाली घुसपैठ का संदर्भ देते हुए उन्होंने उपस्थित लोगोंसे ऐसी बात की। श्री. गोखले ने आगे कहा कि चीन एवं पाकिस्तान से होनेवाली घुसपैठ, चीन का बढता प्रभाव एवं पाकिस्तान को की जा रही ठोस अर्थिक सहायता देखकर मैं भयभीत हो गया हूं।
यद्यपि यह देश गांधीजी का है, परंतु हमें आक्रमणोंसे बचने हेतु दूसरे हाथ में बंदूक लेनी ही चाहिए तथा बचाव के लिए अब स्त्रियोंको भी हाथ में बंदूक लेनी चाहिए, साथ में लश्करी प्रशिक्षण देनेवाले महाविद्यालय स्थापित होने भी आवश्यक हैं। (एक अभिनेता को ऐसा बोलने पर विवश होना पडता है, इस से स्पष्ट होता है कि वर्तमान के राजनेताओंकी निष्क्रियता किस चरमसीमा पर पहुंच गई है। इसलिए साधारण लोगोंको वर्तमान समय के राजनेताओंसे सुरक्षा की निश्चिति ही नहीं रह गई है। इस स्थिति को परिवर्तित करने हेतु ‘हिन्दू राष्ट्र’ अनिवार्य है ! – संपादक, दैनिक सनातन प्रभात)
भारती विद्यापीठ का बीसवां वर्धापनदिवस २६ अप्रैल को संपन्न किया गया। इस अवसर पर ज्येष्ठ अभिनेता श्री. विक्रम गोखले, ज्येष्ठ संगणक तज्ञ डॉ. विजय भटकर, युवक क्रांति दल के संस्थापक डॉ. कुमार सप्तर्षि, तथा समाजशास्त्र के अभ्यासक डॉ. उत्तम भोईटे को `भारती विद्यापीठ विश्वविद्यालय जीवन साधना गौरव पुरस्कार’ दिया गया।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात
Even Krishna told Arjun to bear the weapons to protect Dharma.
Mr. Gokhle please try to unite Hindu Organizations who are fighting among each other based on Cast, Language and Region. Only way to make keep Hindu Religion survive.