नई दिल्ली – पाकिस्तान की अदालत से रिहा होने के बाद मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड आतंकी जकीउर रहमान लखवी किसी बड़ी साजिश को अंजाम दे सकता है।
भारत की गुप्तचर संस्था रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) का कहना है कि रिहाई के बाद लखवी न सिर्फ भारत बल्कि पूरे मिडिल ईस्ट के लिए घातक साबित होने वाला है।
रॉ ने पिछले सप्ताह ही प्रधानमंत्री कार्यालय को इस संबध में रिपोर्ट सौंपी है। इसमें लिखा गया है कि पाकिस्तान की जेल से रिहाई के बाद लखवी पूरे मिडिल ईस्ट के लिए खतरा बन सकता है।
रॉ के अनुसार २६/११ हमले का मास्टरमाइंड सीरिया में लश्कर-ए-तैयबा और अलकायदा के लड़ाकों को फिर से सक्रिय करने की फिराक में हैं।
रॉ के मुताबिक लश्कर ने २००९ में एक चैरिटी विंग फलह-ए-इंसानियत की शुरुआत की, जिसका इस्तेमाल पाकिस्तान और सीरिया में संगठन के विस्तार में किया जा रहा है। यही नहीं, यह विंग कश्मीर में अलगाववादी ताकतों को भी मदद कर चुका है। हालांकि बाद में उसने सीरिया के रिफ्यूजी के लिए धन जुटाने का काम शुरू कर दिया।
रिपोर्ट के अनुसार सीरिया में चैरिटी विंग की मौजूदगी से मीडिल ईस्ट में लश्कर में जान फूंकने की लखवी के इरादों को सहायता मिल सकती है। बताया जाता है कि लश्कर के लड़ाकों को अलकायदा से भी डोनेशन मिला है, जबकि आत्मघाती हमलावरों की ट्रेनिंग भी दी गई है।
गौरतलब है कि आतंकी लखवी १० अप्रैल को पाकिस्तान की जेल से रिहा हुआ है। रॉ के अनुसार लखवी पहले भी मीडिल ईस्ट में चेचन्या, बोसनिया, इराक और दक्षिण एशिया में लश्कर के ऑपरेशन को आदेश दे चुका है। यही नहीं, वह अमेरिकी सेना पर हमले के लिए पहले भी लश्कर के लड़ाकों को इराक भेज चुका है।
स्त्रोत : नई दुनिया