लखनऊ – उत्तर प्रदेश में सरकारी कर्मचारियों को पहले से ही किसी भी दूसरे सूबों की तुलना में ज्यादा छुट्टियां मिलती हैं। सरकार अब महाराणा प्रताप जयंती पर भी छुट्टी देने की तैयारी कर रही है। क्षत्रिय समाज के लोगों की ओर से मंत्री अरविंद सिंह ‘गोप’ ने सीएम के सामने यह मांग रखी है। सीएम अखिलेश यादव ने इस पर विचार करने का भरोसा दिया है। समाजवादी पार्टी के क्षत्रिय विधायक और मंत्री भी महाराणा प्रताप की जयंती पर छुट्टी चाहते हैं। महाराणा प्रताप जयंती 9 मई को पड़ती है, सरकार इस बार जयंती पर छुट्टी देने की घोषणा कर सकती है।
चंद्रशेखर जयंती पर दिखाई थी एकता
समाजवादी पार्टी के क्षत्रिय नेताओं ने १७ अप्रैल को अपनी एकजुटता दिखाई थी। चंद्रशेखर के बहाने पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव के सामने मंत्री अरविंद सिंह ‘गोप’, रघुराज प्रताप सिंह (राजा भैया) राजा महेंद्र अरिदमन सिंह, राज किशोर सिंह, सांसद नीरज शेखर, पूर्व सांसद भगवती सिंह और एमएलसी यशवंत सिंह समेत पार्टी के एक दर्जन से ज्यादा विधायक जुटे थे। इसके बाद सभी क्षत्रिय मंत्री-विधायक दूसरा मौका खोज रहे थे कि किस बहाने से एकजुटता दिखाई जाए।
अब ९ मई को महाराणा प्रताप की जयंती पड रही है। सभी की इस मांग को पार्टी महासचिव और ग्राम्य विकास राज्य मंत्री अरविंद सिंह ‘गोप’ ने सीएम तक पहुंचाने का जिम्मा लिया था। दरअसल लोकसभा चुनावों की हार के बाद पार्टी में जाति की राजनीति कर रहे नेताओं को करारा झटका लगा था।
छुट्टियों पर सियासत
छुट्टियों को लेकर सियासत हमेशा से होती रही है। हाल ही में आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने हाई कोर्ट में जाति, धर्म और संप्रदाय के आधार पर छुट्टी न घोषित किए जाने की मांग भी रखी थी। उनका तर्क था कि पिछले कुछ सालों में छुट्टियों में ५०% का इजाफा हुआ है। अब सरकारी छुट्टियां ३७ हो गई हैं, जो दूसरे राज्यों से ज्यादा है। यह मांग तब रखी गई जब मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ६ दिसंबर को आंबेडकर परिनिर्वाण दिवस पर अवकाश करने की घोषणा की। खास बात यह है कि यह अवकाश समाजवादी पार्टी की सरकार में ही रद्द किया गया था।
स्त्रोत : नवभारत टाइम्स