हिन्दू जनजागृति समितिद्वारा एकदिवसीय कार्यकर्ता प्रशिक्षण कार्यशाला
मुंबई : हिन्दू जनजागृति समिति के धर्मशिक्षावर्ग में आनेवाले मुंबई, ठाणे एवं रायगढ के धर्माभिमानियोंकी एकदिवसीय कार्यशाला मुलुंड के मुलुंड सेवा संघ कार्यालय में उत्साहपूर्ण वातावरण में संपन्न हुई। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य था, धर्मकार्य करने एवं सक्रिय होने की प्रखर इच्छावाले धर्माभिमानियोंको उचित दिशा दिखाना। इस कार्यशाला के आयोजन से संबंधित सभी सेवाएं सहभागी धर्माभिमानियोंने ही कीं, जो इस कार्यशाला की विशेषता सिद्ध हुई।
प्रायोगिक भाग पर जोर !
कार्यशाला में धर्महानि रोकने हेतु विरोध करनेवाला दूरभाष करना, अज्ञानी हिन्दुओंद्वारा गले में धारण किए ‘क्रॉस’ के संदर्भ में प्रबोधन, देवताओंके चित्रवाले टी-शर्ट धारण करनेवालोंका प्रबोधन करना, धर्मशिक्षावर्ग का आयोजन करना, न्यून समय में धर्मजागृति करनेवाले विषय प्रस्तुत करना, राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन का प्रत्यक्ष नियोजन एवं कृत्य करना इत्यादि प्रायोगिक भागोंका आयोजन किया गया। प्रत्येक प्रयोगिक भाग के उपरांत उचित कार्यवाही कैसे की जाए, इस विषय में मार्गदर्शन किया गया।
उत्तरार्ध में राष्ट्र एवं धर्म के कार्य में सूचना अधिकार का परिणामकारी उपयोग करने के संदर्भ में हिन्दू विधिज्ञ परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री. वीरेंद्र इचलकरंजीकर ने मार्गदर्शन किया। धर्मकार्य करते हुए ‘साधना एवं ईश्वर के आधार का महत्व’ विषय पर सनातन संस्था की मुंबई, ठाणे एवं रायगढ जिलासेविका श्रीमती संगीता घोंघाणे ने कार्यशाला में आनेवाले धर्माभिमानियोंका मार्गदर्शन किया। ३० धर्माभिमानियोंने इस कार्यशाला का लाभ लिया।
इस में सीखने को मिले सूत्र एवं आई अनुभूतियोंके विषय में धर्माभिमानियोंने आपना मनोगत व्यक्त कर कार्यशाला का समापन किया।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात