नई दिल्ली – नेपाल में राहत और बचाव के काम में सेना के ऑपरेशन मैत्री में तेजी आई है । थलसेना के हेलिकॉप्टर भूकंप प्रभावित दूर-दराज के इलाकों तक पहुंचे और वहां राहत सामग्री और मेडिकल टीमों को पहुंचाया। इस बीच काठमांडू हवाईअड्डे पर वायुसेना के विमानों को उतरने में पैदा दिक्कतें बुधवार को दूर कर ली गईं। यहां रक्षा सूत्रों ने बताया कि काठमांडू हवाईअड्डे पर कई देशों के विमान एकसाथ उतर रहे हैं। इनके बीच वायुसेना के विमानों को उतरने में तालमेल की कमी पैदा हुई। इसे दूर करने के लिए वायुसेना ने अपने आला अधिकारी परिवहन विभाग के निदेशक को काठमांडू भेजा। यहां सूत्रों ने बताया कि वायुसेना के बड़े परिवहन विमानों को उतरने के लिए इंतजार नहीं करना होगा। वायुसेना के विमानों ने अब तक ४८ उड़ानें भरी हैं।
हरियाणा से गई लंगर पार्टी
वायुसेना ने बुधवार को पांच राहत विमान भेजे हैं, जिनमें एक ग्लोबमास्टर के अलावा दो सुपर हर्कुलस और दो एएन-३२ विमान शामिल हैं। इन विमानों के जरिए वायुसेना ने ५० टन पानी, एक हजार कंबल, सौ टेंट आदि भेजे हैं। एक विमान पर हरियाणा से विशेष लंगर पार्टी भी राशन के साथ वहां पहुंची, जो भूकंप पीड़ितों के लिए वहां ताजा भोजन तैयार करेगी।
सड़क से भी पहुंच रही मदद
थल सेना के प्रवक्ता ने बताया कि आर्मी एविएशन के चार हेलिकॉप्टरों ने दूरदराज के इलाकों से २५ महिलाओं को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है। इन विमानों ने पोखरा से ११० लोगों को बचाया और वहां ३.८ टन राहत सामग्री बांटी। थलसेना ने वहां तीन फील्ड अस्पताल स्थापित किए हैं। नेपाल में अब तक तीन इंजीनियर टास्कफोर्स भेजी गई हैं, जो वहां रोड कम्यूनिकेशन को सुगम बनाने के काम में जुट गई हैं। थलसेना ने कानपुर से राहत सामग्री का एक काफिला बसों से भेजा है, जो पांच हजार कंबल, पांच हजार टेंट , प्लास्टिक शीट आदि ले जा रहा है।
स्त्रोत : नवभारत टाइम्स
this is the sad state of affairs in this country of Mahabharata & Ramayana. but in the past 60 yrs ruled by pseudo hypocrite bastards under Nehru brainwashed education, incl the desh drohi communist bastards, who always support china, against own mother land’s interest like the ems namboodaripad, karat couple, etc. they must be arrested and tried for treason, anti-national activity.