भरतपुर (राजस्थान) : कामा कस्बे की एक मस्जिद में श्रीलंका के नागरिक व उनका सहयोगी गाइड बगैर पुलिस को सूचना दिए रुके रहे। पुलिस और आईबी के अधिकारियोंने मस्जिद में रुके सभी विदेशी नागरिकोंको हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
पुलिस व खुफ़िया एजेंसी को बड़ी मस्जिद में विदेशी नागरिकोंके रुकने की सूचना मिली। पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंच कर उन सभी को हिरासत में ले लिया है। जिस में श्रीलंका के १३ नागरिक व एक कर्नाटक का निवासी है। पुलिस के अनुसार ये सभी विदेशी नागरिक पर्यटन वीजा पर भारत आए हैं, लेकिन जमात के रूप में मस्जिद में आकर ठहरे थे।
कामा की मस्जिदोंमें विदेशियोंके रुकने का यह पहला मामला नहीं है बल्कि पूर्व में भी इसी तरह के मामले सामने आ चके हैं। भरतपुर में २६ जनवरी को मथुरा गेट थाना को बम से उड़ाने की धमकी भरा पत्र भी मिला था, जो किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा भेजा गया था। इसके साथ ही गोपालगढ़ कांड होने के बाद यह क्षेत्र संवेदनशील माना जाता है।
भारत सरकार की ओर से वर्ष १९४६ में विदेशी विषयक अधिनियम बनाया गया। जिसके अनुसार किसी भी विदेशी नागरिक के भारत में कदम रखते ही उसकी जानकारी पुलिस को देना आवश्यक है। जिस जगह विदेशी नागरिक रुकते हैं उनको स्थानीय पुलिस को जानकारी देना और रजिस्ट्रेशन करना जरूरी होता है।
स्त्रोत : फर्स्ट इंडिया न्यूज