आतंकी घात लगाकर आक्रमण करते है, इस के कारण भारतीय सेना को प्रत्येक समय हानी उठानी पडती है। आतंकवादियों को उन्ही की भाषा में उत्तर देने का प्रयास अब सेना को करना चाहिए । – सम्पादक, हिन्दू जनजागृति समिति
दीमापुर: नागालैंड के एक सुदूरवर्ती इलाके में सुरक्षा बलों पर घात लगाकर किए गए आतंकी हमले में रविवार को असम राइफल्स के आठ जवान शहीद हो गए। अधिकारियों ने बताया कि आतंककारियों ने सुरक्षा बल के एक काफिले को निशाना बनाकर ताकतवर विस्फोट किया।
घटना मोन जिले के चांगलांग सू इलाके में अपराह्न 2.30 बजे घटी। एक अधिकारी ने बताया, “असम राइफल्स के जवानों को लेकर एक वाहन और एक पानी का टैंकर निकट ही पानी लेने गया था। चांगलांग सू में आतंककारियों ने पहले वाहन पर उन्नत विस्फोटक उपकरण (आईईडी) से ताकतवर विस्फोट किया और उसके बाद अंधाधुंध गोलबारी की।” अधिकारी ने बताया कि वाहन में असम राइफल्स के 20 से अधिक जवान थे।
उन्होंने बताया, “हमारे जवानों ने भी जवाब हमला किया, लेकिन हमारे आठ जवान मौके पर ही शहीद हो गए तथा चार अन्य जख्मी हो गए। घायलों को अस्पताल पहुंचा दिया गया है तथा घटना स्थल के आस-पास एक अभियान शुरू कर दिया गया है।” असम राइफल्स के अधिकारियों को हमले के पीछे नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड-खापलांग (एनएससीएन-के) का हाथ होने का संदेह है।
स्त्रोत: पत्रिका