वाराणसी – नेपाल में कुछ दिन पूर्व आए विनाशकारी भूकंप के उपरांत अखिल भारतीय हिन्दू अधिवेशन में सहभागी हुए भारत के हिंदुत्वनिष्ठ संगठन एवं नेपाल के हिंदुत्वनिष्ठ संगठन, हिन्दू जनजागृति समिति के नेतृत्व में एकत्रित रूप से नेपाल के भूकंपग्रस्त तथा विस्थापितों के पुनर्वास कार्य में सहभागी होंगे । हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक पू. डॉ. चारुदत्त पिंगळे इस दृष्टिकोण से नेपाल के स्थानीय हिन्दू संगठनों के संपर्क में हैं । इसमें प्रत्यक्ष कृति के स्तर पर अर्थात ७ मई को १८ सदस्यीय दल वाराणसी से बस से नेपाल रवाना होगा । इस दल के साथ वहां बेघर हुए नागरिकों के रहनेके लिए तंबू, ओढने-बिछाने की सामग्री, खाद्य पदार्थ, औषधियां, अन्य जीवनावश्यक सामग्रीका वितरण किया जाएगा । दल में कुछ डॉक्टर भी हैं, जो घायल नागरिकों पर आवश्यक उपचार भी करेंगे !
इस अभियान में हिन्दू जनजागृति समिति के साथ देहली स्थित फेथ फाउंडेशन, असम का हिन्दू युवा मंच, श्रीराम सेना, सनातन संस्था आदि संस्थाआें के कार्यकर्ता सहभागी हुए हैं । तथा गोवा, महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, देहली, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश एवं ओडिशा राज्य के व्यक्तिगत स्तर पर कार्य करनेवाले स्वयंसेवी कार्यकर्ता इस अभियान में सम्मिलित हुए हैं । उत्तरप्रदेश के आगरा और गाजियाबाद एवं झारखंड के धनबाद के उद्योजकों की सहायता से यह अभियान सफलतापूर्वक कार्यान्वित होने जा रहा है ।
नेपाल में आए भूकंप में कुछ सहस्र से भी अधिक नागरिकों की मृत्यु हुई है, जबकि लगभग ११ सहस्र से भी अधिक नागरिक घायल हो गए हैं । सहस्रो लोग सहायता शिविरों में हैं । नेपाल के अधिकारियों की जानकारी के अनुसार ग्रामीण और दुर्गम प्रदेशों में कार्य करने में समस्या है और वर्षा के कारण कार्य बाधित हो रहा है । अन्न और औषधियां कुछ स्थानों पर समय पर नहीं पहुंचने के समाचार मिल रहे हैं । हिन्दू जनजागृति समिति ने उत्तर भारत तथा नेपाल के भूूकंपग्रस्तों की सहायता के लिए सहायता राशि एकत्र करने का निश्चय किया है ।
नेपाल में भूकंप पीडितों हेतु कार्य करने वाले संगठनों को यह राशि दी जाएगी । इसमें सभी नागरिक नगद और धनादेश द्वारा भूकंपग्रस्तों को दान दे सकते हैं ।
दानराशि देने के लिए मार्गिका (लिंक) – https://www.hindujagruti.org/hindi/campaigns/nepal-earthquake-2015
हिन्दू जनजागृति समिति ने इससे पहले भी आपदाग्रस्त नागरिकों की सहायता की है । उत्तराखंड में प्रलयकारी प्राकृतिक आपदा के उपरांत हिंदुत्वनिष्ठ संगठनों का एक दल भेजकर आर्थिक तथा प्रत्यक्ष मानवीय सहायता उपलब्ध करवाई है । इसके साथ ही असम के दंगलग्रस्त पीडितों की भी सहायता की है ।