जलगांव-महाराष्ट्र में ‘राष्ट्रीय हिंदू आंदोलन’
जलगांव (महाराष्ट्र) : २ मई को यहां के जलगांव महानगरपालिका के समीप राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलनद्वारा विविध हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन एवं संप्रदायोंने योग क्रिया से बीजमंत्र ‘ॐ’ हटाने के निषेधार्थ, अर्थव्यवस्था मजबूत करने हेतु हिन्दुओंके मंदिरोंका सोना लेने की अपेक्षा कला धन वापिस लाने तथा अन्य पर्यायी मार्गोंका अवलंब करने एवं भावी पीढी की अवनति टालने हेतु अश्लीलता तथा अनैतिकता का प्रचार-प्रसार रोकने हेतु आंदोलन किया गया।
आंदोलन के अवसर पर धर्माभिमानियोंने घोषणा कर एवं हाथों में फलक धारण कर इस विषय को उपस्थित लोगोंतक पहुंचाया।
श्री. श्रेयस पिसोळकर ने सूत्रसंचालन किया। सनातन संस्था के श्री. दत्तात्रय वाघुळदे ने कहा कि राजनेताओंका सदैव हिन्दुओंकी ही संपत्ति पर ध्यान क्यों रहता है ? मंदिर के उपरांत सर्वाधिक भूमि वक्फ बोर्ड के पास है, चर्च के पास सहस्रों एकड भूमि है। सरकार इस भूमि को भी नियंत्रण में लेने का विचार क्यों नहीं करती ? इसलिए यह निर्णय लागू न करें।
हिन्दू जनजागृति समिति की कु. प्रतीक्षा कोरगावकर ने कहा कि वर्तमान मे अभिव्यक्ति स्वतंत्रता की आड में खुलेआम/उजागरी से अश्लीलता का प्रसार करनेवालोंको भारत से निकाल ही देना चाहिए। समिति के श्री. विजय पाटिल ने कहा कि सरकार योगा से ‘ॐ’ को हटाकर धर्मनिरपेक्षता का दिखावा न करे। अंत में सभी ने जिलाधिकारी कार्यालय में जाकर निवेदन दिया। इस अवसर पर ह.भ.प. वरसाळेकर महाराज, शिवसेना के श्री. मोहन तिवारी, स्वराज्य निर्माण सेना के सर्वश्री कपिल ठाकुर एवं महेश सपकाळे, हिन्दू जनजागृति समिति के गौरव तांबट, राहुल मराठे एवं धर्माभिमानी हिन्दू उपस्थित थे।
स्त्रोत : दैनिक सनातन प्रभात