रक्का – इस्लामिक स्टेट ने एक बार फिर मासूम से हत्या कराने का वीडियो जारी किया है। इस आतंकी संगठन के ताजा वीडियो में एक नाबालिग IS के खिलाफ कथित तौर पर जासूसी करने वाले व्यक्ति को गोली मारते दिखाया गया है। इस नन्हें जिहादी की उम्र १४ साल बताई जा रही है जो 9MM की पिस्टल से जासूस को गोली मारता है।
पिस्टल भी खुद ने ही लोड की
वीडियो में यह बच्चा काले रंग के कपड़े पहने हुए दिखता है उसके सीने पर आईएसआईएस का लोगो है। वह पिस्टल लोड करता है और फिर जासूस को गोली मार देता है। इतना ही नहीं गोली मारने के बाद वह अमेरिका, रूस और यूरोप को आतंकी हमलों की धमकी भी देता है। मीडिया में इस बच्चे को ‘जिहादी जॉन जूनियर’ कहा जा रहा है।
पहले भी आए ऐसे ही वीडियो
हालांकि यह पहली बार नहीं है जब इस्लामिक स्टेट उनके खिलाफ लड़ने वालों को बच्चों द्वारा सजा दिलवा रहा है। इसी साल जनवरी में इस्लामिक स्टेट के एक नन्हें जिहादी द्वारा दो रूसी जासूसों को गोली मार कर सजा दी गई थी और इसका वीडियो भी जारी किया गया था।
नशील दवाएं लेते हैं युवा आतंकी
आतंकी संगठनों पर नजर रखने वाले इराकी विशेषज्ञ नासेर कटाव ने का दावा है कि आईएस यंग टेरेरिस्ट को ड्रग्स देता है जिससे वह खुद को ताकतवर समझने लगते हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, आईएसआईएस अपने लड़ाकों को एंटी-एनग्जाइटी ड्रग जोलम देता है। इस दवाई को उन्होंने कब्जे वाले अस्पतालों से लूटा है। ये दवा लेने के बाद ही आतंकी आत्मघाती हमलों को अंजाम देते हैं।
स्त्रोत : दैनिक भास्कर