नई दिल्ली – भारतीय सेना को लंबे इंतजार के बाद ‘आकाश’ मिसाइल मिल ही गई। मंगलवार को भारत डायनैमिक लिमिटेड के मुख्य प्रबंध निदेशक ने थल सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग को नई दिल्ली में एक समारोह में मिसाइल का एक मॉडल प्रतीक स्वरूप भेंट किया। आकाश करीब सौ फीसदी (९६ पर्सेंट) स्वदेशी है। जमीन से हवा में मार करने वाली आधुनिक ‘आकाश’ मिसाइल दुश्मन के लड़ाकू विमानों, हेलिकाप्टरों और ड्रोन विमानों को २५ किलोमीटर दूर से निशाना बना सकती है। यह १४३३३ किमी/घंटे की गति से हमला करने में सक्षम है। सेना को अगले दो साल में ६०० आकाश मिसाइलें मिलेंगी। इस पर १४ हजार १८० करोड़ रूपए खर्च होंगे। ये मिसाइल देश के लिए हवाई सुरक्षा ढ़ाल साबित हो सकती है।
क्या है खासियत
– लंबाई- १९ फीट, व्यास- ३५ सेमी, वजन- ७२० किलो, हथियार वहन करने की क्षमता- ६० किलो
– २० किमी की ऊंचाई तक उड़ने में सक्षम।
– मिसाइल सिस्टम ५ विमानों पर एकसाथ हमला करने में सक्षम।
– २५ किमी की रेंज में आने वाले विमानों को मार गिराएगी।
स्त्रोत : दैनिक भास्कर