कुछ सप्ताह पहले भारत के केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि ‘भारत के मुसलमान आइएसआइएस के संपर्क में नहीं आनेवाले’ । अब इस घटना के बाद गृहमंत्रीजी का क्या कहना है ? कांग्रेस की तुष्टीकरण की राजनीती से देश में जिहादी आतंकवाद बढा । यह स्थिती हिंदु राष्ट्र अर्थात रामराज्य अनिवार्य करती है । – सम्पादक, हिन्दू जनजागृति समिति
नई दिल्ली : इराक और सीरिया में सक्रिय आतंकी संगठन आईएसआईएस भारत पर हमले की योजना बना रहा है। आईएसआईएस ‘मॉड्यूल’ से बड़े हमले की प्लानिंग कर रहे पांच लोगों को पिछले दिनों मध्य प्रदेश से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस और खुफिया विभाग के सूत्रों के मुताबिक, मध्य प्रदेश के रतलाम से पिछले महीने पांच लोगों की गिरफ्तारी की गई। इनका संबंध इस्लामिक स्टेट के जिहादी सेल से है।
ऑनलाइन हो रही है लडकों की भर्ती
१५ अप्रैल को रतलाम में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया। इनका लीडर इमरान खान मुहम्मद शरीफ है। बताया जाता है कि इमरान को ‘यूसुफ’ नाम के एक व्यक्ति ने ‘इंडियन जिहादी’ के जरिए ऑनलाइन आईएसआईएस में भर्ती किया था। जांचकर्ताओं का कहना है कि कर्नाटक में जन्मा मुहम्मद शाफी अरमर भारत में आईएसआईएस के लड़ाकों के लिए भर्ती कर रहा है।
शाफी भारत में आतंकवादी संगठन इंडयिन मुजाहिद्दीन के लिए काम कर चुका है। शाफी का भाई मुहम्मद सुल्तान अरमर मार्च में सीरिया के कोबाने के निकट आईएसआईएस के लिए लड़ते हुए मारा गया था। इमरान खान के अलावा, इस मामले में पुलिस ने अहल- अलसुफाह के चार अन्य सदस्यों को भी गिरफ्तार किया। ये हैं वसीम खान, मोहम्मद रिजवान, अनवर और मजहर। पुलिस का कहना है कि इमरान यूसुफ से प्रो-इस्लामिक फेसबुक पेज के जरिए पहली बार संपर्क में आया था। उस फेसबुक पेज में भारत में आईएसआईएस के लिए समर्थन जुटाने की अपील की गई थी।
विस्फोटक केमिकल्स रखने पर हुई थी गिरफ्तारी
रतलाम में पुलिस सूत्रों का कहना है कि खान की पहले गिरफ्तारी विस्फोटक बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले केमिकल्स रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। इसके बाद उसके ऊपर आतंकी घटनाओं से संबंध रखने के आरोप लगाए गए। एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के मुताबिक, जांच कर्ताओं के एक ऑडियो मिली है जिसमें खान अरमर से विस्फोटक तैयार करने की जानकारी लेता है। कैसे हमला किया जाए और कहां से हथियार खरीदे जाएं, इसे लेकर भी इंटरनेट और चैट पर दोनों के बीच बातचीत के रिकॉर्ड मिले हैं।
स्त्रोत: दैनिक भास्कर